
हाँ ज़रूरी है गलती करना भी
ज़िन्दगी में तजुर्बे गलतियों से आते हैं
ज़रूरी हैं ज़िन्दगी में तजुर्बे भी
अनुभव के रास्ते गुज़र कर
ज़िन्दगी अपने सयानेपन को ओढ़ती है
बेशक गलती करना गुनाह नहीं है
हाँ, मगर गलती से सीख ले लेना
सीख ले लेना कि फिर वो गलती न हो
क्योंकि सीख की सीढ़ी पर ही
ज़िन्दगी कदम बढ़ाती है…!
करना गलती बेशक….
मगर रुक न जाना ज़िन्दगी
ठहरना दो पल..सोचना खुद को
और थाम कर सीख की लाठी
फिर बढ़ जाना ज़िन्दगी
बेशक गलती करना गुनाह नही
पर फिर उसी गलती को दोहराना
एक बड़ा अपराध है
जिसमें फिर शेष बचता है
पछतावा
अविश्वास
सज़ा
नाउम्मीदी
इसीलिए..
बेशक गलती करना
पर सीख कर तुजुर्बे के साथ
आगे बढ़ जाना
नए रास्ते , नई मंज़िल को पाने…!