राँची : पिछले साल दिसंबर में सुर्खियों में आए झारखंड से राज्यसभा सांसद धीरज साहू इनकम टैक्स भरने में भी नंबर वन बने. उन्होंने 150 करोड़ रुपए इनकम टैक्स के रूप में जमा किए हैं. धीरज साहू उस समय चर्चा में आए थे, जब पिछले साल दिसंबर में आइटी डिपार्टमेंट ने उनके ओड़िशा, रांची सहित कई ठिकानों पर रेड किया था.
जिसमें 350 करोड़ रुपये नकदी और आभूषण भी बरामद किए गए थे. यह मामला पूरे देश में सुर्खियों में बना रहा था.सूत्रों के अनुसार, उन्हें शेष राशि में से 50 करोड़ रुपये के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस पर आयकर विभाग पेनाल्टी भी लगा सकता है. हाल ही में धीरज साहू से ईडी ने हेमंत सोरेन से जुड़े मामलों में पूछताछ की थी. जिसमें उनसे सीएम हेमंत के दिल्ली स्थित आवास से जब्त बीएमडब्ल्यू कार के बारे में भी पूछताछ हुई थी.

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े परिसरों पर छापेमारी के दौरान 351.8 करोड़ कैश जब्त किया था. यह कंपनी उनके परिवार द्वारा चलाई जाती है. सूत्रों के मुताबिक, एक वाट्सएप ग्रुप प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में आ गया है, जिससे जुड़े कुछ लोगों ने दिल्ली में जब्त की गई बीएमडब्ल्यू कार के मालिकाना हक को लेकर चर्चा हुई थी.
आयकर नियम के अनुसार, अघोषित आय पकड़े जाने पर टैक्स के साथ-साथ पेनल्टी का भी प्रावधान है.
टैक्स स्लैब के हिसाब से 300 फीसदी तक टैक्स और पेनल्टी लगाया जा सकता है.

अघोषित संपत्ति के मामले में आयकर विभाग की ओर से अधिकतम 33 फीसदी का टैक्स लगता है. जिसमें 3 फीसदी सरचार्ज होता है. इसके बाद 200 फीसदी तक पेनल्टी लगाई जा सकती है
नियमों के मुताबिक, अगर पकड़ी गई संपत्ति चालू वित्त में अर्जित की गई है तो फिर उस पर कुल 84 फीसदी टैक्स और पेनल्टी वसूली जाएगी.
लेकिन अगर यह काली कमाई बीते वर्षों की है, तो फिर उस पर 99 फीसदी तक टैक्स और पेनल्टी वसूली जा सकती है.
