जमशेदपुर : भाजपा नेता अभय सिंह समेत उनके भाई दिलीप सिंह और निर्भय सिंह पर मानगो थाने में रंगदारी का एफआइआर किया गया जिसके बाद अभय सिंह के भाई निर्भय सिंह ने दूसरे दिन शनिवार को अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि यह मामला व्यक्तिगत है और इसके पीछे एक मंत्री और एक आइपीएस अफसर का हाथ है। उन्होंने मंत्री के नाम का खुलासा करते हुए कहा कि उनका नाम बन्ना गुप्ता है और वर्तमान में झारखंड सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं। उन्हें चरित्रहीन मंत्री बताते हुये कहा कि उनके भाई और चालक पर दुष्कर्म करने का मामला जमशेदपुर शहर के थाने में ही दर्ज है।
निर्भय सिंह ने कहा कि मो. सगीर के पहले उसके पार्टनर शेखर से एक साल पहले साकची थाने में केस कराया गया था। तब 10 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया था। इस बार पांच लाख रुपये का आरोप लगाया गया है। पिछले मामले में वे जमानत ले चुके हैं। वे भी इस मामले में एक केस कर चुके हैं। उनके मामले को वर्तमान एसएसपी की ओर से दबाकर रखा गया है।
मंत्री और आईपीएस अफसर मिलकर सरकार को गुमराह कर रहे हैं
निर्भय सिंह ने कहा कि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और एक आइपीएस अफसर झारखंड सरकार को गुमराह करके रखे हुए हैं। मंत्री बन्ना गुप्ता की लोकप्रियता घट गयी है। बेवजह अभय सिंह का नाम कदमा में दंगा भड़काने में डाल दिया गया है। लोगों को मैनेज करके आंदोलन होने से रोका गया है। हम डर से भागने वाले नहीं हैं। पूरे मामले में निर्भय सिंह ने कहा कि अभय सिंह को कदमा में दंगा भड़काने का मामला बनाकर बेवजह जेल भेजा गया है। उन्हें जमानत नहीं मिले ऐसा प्रयास पुलिस की ओर से किया जा रहा है। पुलिस मानसिक रूप से तीनों भाइयों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है।
लोगों के सामने दूध का दूध और पानी का पानी होगा
मो. सगीर की ओर से बिल्डिंग बनाने के बारे में कहा कि उसे 1.8 में बनाना था, लेकिन उसके स्थान पर 9.8 में बिल्डिंग बना दिया गया है। यह तो जांच का विषय है। इसकी जांच होने पर बिल्डिंग की सच्चाई खुद-ब-खुद सामने आ जायगी और लोगों के सामने दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।