जमशेदपुर : आज एक भव्य जुलूस काशीडीह मैदान से साकची गोलचक्कर तक भाजपा नेता एवम केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति के संरक्षक अभय सिंह के नेतृत्व में निकला। जिसमे भारी संख्या में हिंदू विचारधारा के लोग शामिल थे।
ज्ञातव्य हो जमशेदपुर एवं झारखंड की अन्य शहरों में धार्मिक जुलूस में एक समुदाय के युवाओं के द्वारा मोहर्रम के जुलूस में फिलिस्तीन जैसे विदेशी झंडा का अपने देश में फहराया गया।

आज इसको शह देने वाले राज्य के स्थानीय कांग्रेसी मंत्री बन्ना गुप्ता एवम राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला जलाया गया। फिर यह जुलूस सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए अभय सिंह ने कहा विदेशी झंडा का इस्तेमाल करना और उसके समर्थन में नारे लगाना यह देशद्रोह का कार्य है, आए दिन इस तरह की घटना जमशेदपुर में होती रही है।

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि मैं झारखंड सरकार से पूछना चाहता हूं कि आखिर जब रामनवमी अखाड़ा जुलूस हो, दुर्गा पूजा हो, सरस्वती पूजा हो, तब शांति समिति के बैनर तले विभिन्न थाना में बैठक करके यह सुनिश्चित की जाती है कि किसी प्रकार का देशद्रोह या धार्मिक उन्माद नहीं पैदा करना यह सब का कर्तव्य है। हिंदू इसे सहर्ष स्वीकार करते हैं, मानते हैं और सरकार एवं जिला प्रशासन के द्वारा कंधे से कंधा मिलाकर के काम करते हैं, लेकिन जब भी मुसलमान लोगों का धार्मिक जुलूस निकलता है चाहे पैगंबर साहब के जन्मदिन की बात हो और चाहे मोहर्रम के जुलूस की बात हो कभी पाकिस्तानी झंडा लहराया जाता हैं कभी फिलिस्तीन के झंडे लहराए जाते हैं। यह जानबूझकर उन्माद पैदा करने की रणनीति बनाकर के यह सब करते है।

भारत की जमीन का इस्तेमाल करके गंदी सोच के तहत उन्माद पैदा करना चाहते हैं। केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति इसका विरोध करती है। जिस प्रकार यह घटना घटित है यह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है और सब लगातार सरकार के एक स्थानीय मंत्री श्री बन्ना गुप्ता जी के शह पर होता है क्योंकि वह कलमा पढ़ते हैं।
श्री बन्ना गुप्ता द्वारा इस प्रकार की घटनाएं अगर शहर में होती है तो वे कभी भी इसका विरोध नहीं करते है।
कभी धर्म परिवर्तन की बात होती है तो नहीं बोलते हैं और ना ही कभी डेमोग्राफी जो चेंज हो रहा है उसमे बोलते है।तेजी के साथ बांग्लादेशी झारखंड में फैल रहा है। वोट बैंक के कारण उसमें भी चुप हो जाते हैं। गौ हत्या पूरे झारखंड में प्रतिबंध है लेकिन कभी भी गौ हत्या के विरोध में एक स्वर भी नहीं निकालते हैं।

साथ ही रामनवमी अखाड़ा जुलूस में अगर सरकार कोई पाबंदी लगाती है तो वह चुप हो जाते हैं।
भोली भाली महिला आदिवासियों को लोग लालच में फंसा कर जिस प्रकार पश्चिमी सिंहभूम एवं संथाल परगना में घटना हो रही है और डेमोग्राफी चेंज हो रहा है उस पर भी श्री बन्ना गुप्ता और हेमंत सोरेन चुप रहते हैं।
आज यह स्थिति है कि पूरे झारखंड को बंगाल बनाने में यह सभी लोग तुले हैं। इतनी बड़ी घटना हजारीबाग में हो गई सरकार के द्वारा कोई भी अधिकृत बयान नहीं आया उल्टे हिंदुओं को सताया गया, लेकिन हिंदू समाज, हिंदू धर्म कभी चुप नहीं बैठने वाला है।
मैं हेमंत सोरेन और बन्ना गुप्ता दोनों के इस प्रकार के कुकृत्य का निंदा करता हूं। जब-जब कांग्रेस की सरकार जिस राज्य में बनती है उस राज्य में हिंदुत्व को सबसे गहरा आघात झेलना पड़ता है।
आज इसी के विरोध में पुतला दहन श्री बन्ना गुप्ता और मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन साकची गोल चक्कर में किया गया।

इस मौके पर अभय सिंह के साथ श्री अरूण सिंह, श्री पप्पू सिंह, विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष श्री अजय गुप्ता, श्री निर्भय सिंह, श्री शशांक शेखर, श्री विकास जयसवाल, श्री अमित अग्रवाल, श्री शंभू त्रिवेदी, श्री पप्पू सिंह, भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष श्री अमित अग्रवाल, श्री संजय सिंह, श्री गंगा प्रसाद साहू, श्री सुमित श्रीवास्तव, श्री शशी मिश्रा, श्री राहुल सिंह, श्री भूषण दीक्षित, श्री रविंद्र सिंह रिंकू, श्रीमती कांची लोहार, सुश्री जया जी, श्री घनश्याम पांडे, श्री लोक नाथ त्रिपाठी, श्री देव भंडारी, श्री टी एन सिंह, श्री राम नगीना यादव, श्री मनोज सिंह , श्री राकेश त्रिपाठी, श्री पवन सिंह मंडल अध्यक्ष गोबिंदपुर, नरेश अग्रवाल, श्री नारसिंह बहादुर सिंह, सरदार रज्जे सिंह, जगदीश मिश्रा जी, विकास जायसवाल, मुकेश कुमार सिंह,विजय गुप्ता, ऐश्वर्य सिंह, राजेश त्रिपाठी सहित सैकड़ो लोगों ने गगनभेदी नारा के साथ फिलिस्तीन झंडा फहराए जाने का विरोध कर श्री बन्ना गुप्ता, श्री हेमंत सोरेन का पुतला जलाया।