हाल ही में जम्मू कश्मीर को पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा की गई बयानबाजी पर आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है.
अमित शाह ने कहा कि सत्यपाल मिलक जो कह रहे हैं, वो उन्होंने जम्मू-कश्मीर का गवर्नर रहते क्यों नहीं कहा. सत्ता में रहते उनकी अंतरात्मा क्यों नहीं जागी. दरअसल, एक मीडिया हाउस के प्रोग्राम में पहुंचे अमित शाह से जब सत्यपाल मलिक के पुलवामा अटैक वाले बयान को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि बीजेपी से अलग होने पर ही सत्यपाल मलिक को ये सब बातें याद आ रही हैं. उस समय उन्होंने क्यों अपनी आत्मा की आवाज नहीं सुनी, जब वो सत्ता में बैठे थे. अमित शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में ऐसा कुछ भी नहीं, जिसको छिपाने की जरूरत पड़े.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, सत्यपाल मलिक ने हाल ही में एक यूट्यूब चैनल के साथ इंटरव्यू में जम्मू कश्मीर व पुलवामा हमले लेकर बड़े-बड़े आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि पुलवामा अटैक केन्द्र सरकार की लापरवाही का नतीजा था. उन्होंने कहा कि सेना का इतना बड़ा कॉन्वॉय कभी सड़क मार्ग से नहीं गुजरता. इसलिए सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय ने हवाई जहाज की व्यवस्था करने को कहा था, लेकिन गृह मंत्रालय ने प्लेन उपलब्ध कराने से साफ इनकार कर दिया था. सत्यपाल मलिक ने कहा था कि क्योंकि सेना अर्द्ध सैनिक बलों का सीधा संबंध गृह मंत्रालय से होता है, इसलिए मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा कि अगर सीआरपीएफ ने उनसे हवाई जहाज मांगे होते तो वो कैसे भी करके उनको हवाई जहाज उपलब्ध कराते.
300 करोड़ रुपए के ऑफर पर सीबीआई करेगी पूछताछ
सत्यपाल मलिक ने कहा था कि उन्होंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन पर सरकार की लापरवाही होने की बात बताई थी, लेकिन उन्होंने मुझे चुप रहने के लिए बोल दिया. जिसके बाद एनएसए अजित डोभाल ने भी उनको फोन करके इस मामले में चुप रहने को कहा था. उन्होंने यह भी कहा था कि जम्मू-कश्मीर का गवर्नर रहते हुए उनको दो मामलों में 300 करोड़ रुपए का ऑफर भी दिया गया था. वहीं, सीबीआई ने अब सत्यपाल मलिक को तलब किया है. माना जा रहा है कि सीबीआई 300 करोड़ रुपए के मामले में उनसे पूछताछ कर सकती है.