समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक हुई। बैठक में एनईपी निदेशक संतोष गर्ग, सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल, जिला कल्याण पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के खाली पदों पर भर्ती, स्वास्थ्य सलाहकार के चयन और आयुष्मान भारत समेत प्रमुख स्वास्थ्य योजनाओं के लिए लेखा परीक्षक की नियुक्ति को मंजूरी देने पर चर्चा की गई।

आइसीयू और पीआईसीयू सेवाओं की समीक्षा
घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में संचालित गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) तथा जिला अस्पताल के बाल गहन चिकित्सा कक्ष (PICU) के संचालन की समीक्षा की गई। उपायुक्त ने इन सेवाओं को और अधिक प्रभावी व सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए।
अस्पतालों में उपकरण, दवाओं और अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर पर स्टोर जांच एवं संसाधन आवंटन टीम बनाने का निर्णय लिया गया। यह टीम अस्पतालों में सामग्री की उपलब्धता, उपयोग और निगरानी को बेहतर बनाने का कार्य करेगी।
पार्किंग और कैंटीन व्यवस्था मजबूत होगी
सदर अस्पताल में पार्किंग की समस्या पर विशेष चर्चा हुई। उपायुक्त ने कहा कि अतिरिक्त होमगार्ड की तैनाती कर पार्किंग व्यवस्था को सुधारा जाएगा।
इसके अलावा अस्पताल परिसर में कैंटीन संचालन की व्यवस्था बेहतर होगी। मरीजों और परिजनों को साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए जल एटीएम (WaterATM) लगाए जाएंगे, साथ ही अस्पतालों की क्रय समिति का पुनर्गठन करने पर सहमति बनी।
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि हर मरीज को समय पर और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो। बैठक में लिए गए सभी निर्णयों को प्राथमिकता के साथ लागू किया जाएगा।











