जमशेदपुर : भारत के सभी भागों मे यह परंपरा रही है कि श्री गणेश पूजा का विशेष आयोजन और पूजा का शुभारंभ श्री गणेश चतुर्थी पर किया जाता है और ठीक 11 वें दिन अनंत चतुर्दशी पर पूजा का समापन और प्रतिमा विसर्जन किया जाता है। इसके पूर्व बीच के दिन मे भी कई पूजा समिति प्रतिमा विसर्जित करती है पर अनंत चतुर्दशी पर अंतिम रूप से पूजा का समापन और प्रतिमा विसर्जित करना अनिवार्य होता है। इसी विषय को लेकर विश्व हिन्दू परिषद जमशेदपुर महानगर के अधिकारियों ने जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता और जिला मंत्री चंद्रिका भगत जी के नेतृत्व में कदमा मे चल रहे भव्य गणेश पूजा आयोजक श्री बाल गणपति विलास पूजा समिति के लोगों से मिलकर भगवान गणेश जी की प्रतिमा को सनातन धर्म और वैदिक परंपरा दिन के अनुसार गणेश चतुर्थी से आरंभ होकर अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन करने का आग्रह रखा।
जिसे पूजा समिति के पदाधिकारी ने स्वीकार किया और अगले वर्ष इसे पूजा शुरू होने के पहले ही आपसी विचार करके नियमानुसार 11 वें दिन अनंत चतुर्दशी मे ही प्रतिमा का विसर्जन करने का आश्वासन दिया। श्री बाल गणपति विकास पूजा समिति ने जानकारी दी कि 107 वर्षों से श्री गणेश जी की पूजा संपन्न होती है पर कभी किसी ने ऐसी उचित जानकारी नही दी। विहिप के आग्रह को स्वीकार करते हुए विहिप के इस कदम को सराहनीय कदम बताया गया। विहिप जमशेदपुर महानगर यह सुनिश्चित करती है कि अगले वर्ष सनातन धर्म के नियमों का पालन नही करने पर पूजा समिति के समक्ष शहर के साधु संत और महंतों के साथ विश्व हिन्दू परिषद जमशेदपुर इसका विरोध करेगी और सनातन धर्म का पालन करते हुए तय समय पर भगवान के प्रतिमा का विसर्जन करवायेगी, साथ ही पूजा समिति ने स्वीकार किया कि भगवान की प्रतिमा को आदित्यपुर पुल के ऊपर से सीधे नदी मे नही उतारा जायेगा प्रतिमा को नदी घाट पर ले जाकर विधि पूर्वक तरीके से विसर्जित किया जायेगा।
विहिप के सिंहभूम विभाग मंत्री अरूण सिंह, जिलाध्यक्ष अजय गुप्ता, मंत्री चंद्रिका भगत, सहमंत्री उत्तम कुमार, बजरंगदल संयोजक चंदन दास, प्रचार प्रसार प्रमुख प्रदीप सिंह, कोषाध्यक्ष दीपक वर्मा, दुर्गा वाहिनी संयोजिका सुधा जौहरी, गौ रक्षा प्रमुख मनीष सिंह, सेवा प्रमुख जीतेंद्र प्रमाणिक, बजरंगदल महानगर सुरक्षा प्रमुख विवेक शर्मा , सत्संग प्रमुख विशाल जी श्री बाल गणपति विलास समिति के लोगों के साथ इस महत्वपूर्ण बैठक में उपस्थित रहे ।