झारखंड के जमशेदपुर शहर में निषेधाज्ञा लागू रहने के साथ ही स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

शहर के शास्त्रीनगर इलाके में एक धार्मिक झंडे के कथित अपमान को लेकर रविवार को दो समूहों के बीच झड़प हो गई।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्थिति बिल्कुल सामान्य है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं जबकि शहर में रविवार को लगाई गई निषेधाज्ञा अब भी लागू है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभात कुमार ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान इस बात से इनकार किया कि धार्मिक झंडे पर मांस का एक टुकड़ा लगा हुआ था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा एक धार्मिक झंडे के अपमान के बारे में अफवाह फैलाई गई, जिसके परिणामस्वरूप यहां शास्त्रीनगर इलाके में विभिन्न समुदाय के दो समूहों के बीच झड़प हो गई।
उन्होंने कहा कि प्लास्टिक में मांस का एक टुकड़ा एक तार में थोड़ा ऊंचा लटका हुआ था, यह तार एक पोल से रस्सी से बंधे हुए धार्मिक झंडे को सहारा देने के लिए बंधा हुआ था।
एसएसपी ने कहा कि मांस के टुकड़े को ऊंचाई पर लटका दिया गया था ताकि आवारा कुत्तों को इलाके में इधर-उधर घूमने से रोका जा सके और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है।
हिंसा के सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो नेताओं सहित कुल 70 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।