


जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद जिले में बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। जिले के डीसी-एसपी बदलने के बाद ऐसा लगा कि अवैध कारोबार बंद हो जायेगा। लेकिन ओवरलोड बालू लदे हाइवा कांड्रा की सड़कों पर सरपट दौड़ रहे हैं। जिला प्रशासन अवैध खनन और अवैध बालू कारोबार पर रोक लगाने के लिए सख्ती बरतने का दावा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की कड़ी निगरानी के बीच बालू माफिया बेखौफ होकर दिन के उजाले में भी काली कमाई करने में लगे हुए हैं। (जारी…)



इन्हें न तो प्रशासन की सख्ती की परवाह है और न ही इन्हें रोकने वाला कोई है। कांड्रा मुख्य सड़क से 24 घंटे दर्जनों ओवरलोड बालू लदे हाइवा गुजरते आसानी से देखे जा सकते हैं। कांड्रा-चौका रोड स्थित गिदीबेड़ा टोल प्लाजा और कांड्रा मोड़ टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखकर तथ्य की सत्यता की जांच की जा सकती है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से जारी प्रतिबंध के बावजूद रात के अंधेरे में नदियों से बालू का उठाव किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी खनन विभाग और प्रशासन को नहीं है। (जारो…)




लगभग सभी हाईवे पर चालान हो रहा है, लेकिन यह देखने वाला कोई नहीं है कि चालान किसके नाम है और गाड़ी कहां जा रही है? जानकारों की मानें तो ज्यादातर चालान जमशेदपुर के नाम पर बनते हैं, लेकिन वाहन सरायकेला की ओर चले जाते हैं।