जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे ओवरब्रिज की हालत बद से बदतर हो गई है जिसके मामले को विगत कई दिनों से भाजपा नेता सतबीर सिंह सोमू उठा रहे थे। इसी बाबत आज टाटानगर रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन के लिए स्थल निरीक्षण में आये डीआरएम अरुण जे राठोर से मिलकर उनसे इस समस्या को लेकर बात करने पहुंचे भाजपा नेता सतबीर सिंह सोमू एवं पार्टी कार्यकर्ताओं पर डीआरएम बिफर गए। डीआरएम के इस व्यवहार से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने रेल मंत्री से इसकी शिकायत करने की बात कही है। (जारी…)

बता दें कि टाटानगर को ग्रेड वन रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित करने की योजना है। डीआरएम श्री राठौर आज इसके लिए अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण करने पहुंचे थे। इसी दौरान रेलवे ओवरब्रिज सड़क की दुरवस्था से उन्हें अवगत कराते हुए उसकी मरम्मत की मांग को लेकर भाजपा नेता सतबीर सिंह सोमू के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता पहुंचे थे। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोग एक नंबर प्लेटफॉर्म के मुख्य द्वार के सामने डीआरएम को रोक कर उन्हें रेल ओवरब्रिज की सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढों के कारण लोगों को हो रही परेशानी एवं हो रहे दुर्घटना से अवगत करा रहे थे तभी आरपीएफ ओपी प्रभारी एसके तिवारी ने भाजपा नेता सतबीर सिंह सोमू को डीआरएम से दूर रहने की हिदायत देते हुए हाथ से पीछे खींचा, जिस पर भाजपा नेता सोमू ने उन्हें प्रोटोकॉल के नाम पर बात करने से रोकने के लिए फटकार लगा दी। (जारी…)

सतबीर सिंह सोमू का तर्क था कि वे अधिकारी से बात कर रहे हैं तो वह बीच में क्यों रोक रहें हैं, लेकिन अपने कनीय कर्मचारी को इस तरह झिड़के जाते देख डीआरएम गुस्से में आ गए और भाजपा नेता एवं कार्यकर्ताओं पर बरस पड़े। जब सोमू सरदार ने यह कहा कि वह जनता हैं और जनता की तरफ से बात कर रहें हैं तब डीआरएम साहब ने यहाँ तक कह दिया कि क्या हम हर जनता को चाँस देते रहेंगे और बात करते रहेंगे। भाजपा नेता सोमू सरदार के यह कहने पर कि केंद्र में हमारी सरकार होने के वजह से जनता हमसे सवाल करती हैं बोलती हैं कि रेल आपकी है जिस बात पर डीआरएम ने यह कह दिया कि रेल आपकी नहीं है। (जारी…)

हालांकि डीआरएम ने यह आश्वस्त किया कि वे रेल ओवरब्रिज को लेकर गंभीर हैं, उन्हें सड़क खराब होने की सूचना है। इस मामले में वह जिले के उपायुक्त के संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल सड़क की मरम्मत कर गड्ढों को भरा जाएगा जिससे लोगों को आने-जाने में सुविधा हो सके। (जारी…)

डीआरएम के इस रवैये पर भाजपा नेता सोमू सरदार ने मीडिया में कहा कि वह जनता की समस्या लेकर डीआरएम से मिलने आये थे। किसी बड़े पद पर कार्यरत अफसर को यह लगता है कि वह ही सर्वेसर्वा हैं लेकिन ऐसा होता नहीं है। डीआरएम का यह रवैया अफसरशाही वाला है और इस बात को लेकर मैं आलाकमान तक जाऊंगा। जनता के साथ उनका यह व्यवहार नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में रेल मंत्री तक शिकायत करेंगे। उन्होंने सड़क के मुद्दे में बोला कि यदि 2-3 दिन में इसका कार्य शुरू नहीं होता है तो हम अपनी ओर से इसे करेंगे और आगे आंदोलन कैसे करना है यह हमें पता है।