दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पर सीबीआई का कहना है कि पूछताछ के दौरान मनीष सिसोदिया सहयोग नहीं कर रहे थे। बता दें कि सीबीआई द्वारा मनीष सिसोदिया से लगातार 8 घंटे चले पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले आम आदमी पार्टी ने आशंका जताई थी कि सिसोदिया की गिरफ्तारी हो सकती है। इस कारण सुबह से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली की सड़कों पर हंगामा किया गया।

सवाल-जवाब के बाद गिरफ्तारी
बता दें कि मनीष सिसोदियों को सबूतों को नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि इसमें सिसोदिया की मिलीभगत है। सीबीआई ने इस मामले में इससे संबंधित अधिकारी के बयान को भी मद्देनजर रखा जिसमें अधिकारी ने सीबीआई को दिए अपने बयान में कहा था कि एक्साइज पॉलिसी तैयार करने में मनीष सिसोदिया ने अहम भूमिका निभाई थी।
पीएम मोदी के खिलाफ अभद्र नारे
आज सुबह पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर जाते वक्त मनीष सिसोदिया अपने साथ जुलूस लेकर गए थे। इस दौरान उनके साथ इस जुलूस में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में भाग लिया था। वहीं कार्यकर्ताओं द्वारा इस दौरान जमकर प्रदर्शन भी किया गया। इस मामले पर आम आदमी पार्टी का कहना कहना है कि भाजपा केजरीवाल से डरती है। इसलिए उन्हें डराया जा रहा है। इस जुलूस में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर अभद्र नारे भी लगाए गए थे। इस दौरान सारी मर्यादाओं को लांघते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदर्शनकारियों में “मोदी मर गया” के नारे लगाए। अब जब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी हो गई है तो यह आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली की राजनीति एक बार फिर से गर्माने वाली है।