अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनका ऑटोग्राफ मांगा और बताया कि कैसे पीएम मोदी के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनके पास लगातार अनुरोध आ रहे हैं। शनिवार को क्वॉड बैठक के दौरान, राष्ट्रपति जो बाइडन पीएम मोदी के पास आए और बताया कि पीएम मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनके पास देश के प्रमुख नागरिकों की तरफ से अनुरोधों की बाढ़ आ गई है और जिस वजह से उन्हें एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
बाइडन और अल्बनीस ने अपनी चुनौतियों के बारे में पीएम मोदी से की शिकायत
ऐसी ही कुछ स्थिति ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने भी जाहिर की, जो इस अवसर पर वहीं उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि सिडनी में सामुदायिक स्वागत के लिए 20,000 लोगों की क्षमता है, लेकिन वह अभी भी अनुरोधों को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं। राष्ट्रपति बाइडन और पीएम अल्बनीस दोनों ने अपनी अजीबोगरीब चुनौतियों के बारे में पीएम मोदी से शिकायत की।
पीएम अल्बनीस ने आगे उस ऐतिहासिक पल को भी याद किया कि कैसे गुजरात में स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 90,000 से अधिक लोगों ने पीएम मोदी का स्वागत किया था। इस पर जो बाइडन ने पीएम मोदी से कहा, ‘मुझे आपका ऑटोग्राफ लेना चाहिए।’ समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से रविवार को यह जानकारी दी।
मोदी ने हिन्द प्रशांत क्षेत्र को वैश्विक कारोबार, नवाचार और विकास का ‘इंजन’ करार दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिरोशिमा में क्वॉड शिखर बैठक के दौरान हिन्द प्रशांत क्षेत्र को वैश्विक कारोबार, नवाचार और विकास का ‘इंजन’ करार दिया और कहा कि इसकी सफलता एवं सुरक्षा पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस ने हिस्सा लिया।
पीएम मोदी ने कहा, ‘क्वॉड हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है।’ उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सफलता और सुरक्षा पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है तथा ‘हम रचनात्मक एजेंडे और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के आधार पर आगे बढ़ रहे हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा, “एकजुट प्रयासों के साथ, हम मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अपने दृष्टिकोण को व्यावहारिक आयाम दे रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि हिन्द प्रशांत क्षेत्र वैश्विक कारोबार, नवाचार और विकास का ‘इंजन’ है। पीएम मोदी ने कहा कि क्वॉड मानव कल्याण, शांति और समृद्धि की दिशा में काम करना जारी रखेगा।
ज्ञात हो कि क्वॉड शिखर सम्मेलन का आयोजन हिरोशिमा में जी-7 शिखर बैठक से इतर आयोजित किया जा रहा है। पहले क्वॉड शिखर बैठक का आयोजन 24 मई को आस्ट्रेलिया में किया जाना निर्धारित था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा देश में उत्पन्न गंभीर आर्थिक संकट पर ध्यान केंद्रित करने के मकसद से अपनी ऑस्ट्रेलिया यात्रा को स्थगित करने के कारण सिडनी में प्रस्तावित क्वॉड देशों के नेताओं की बैठक रद्द कर दी गई थी।