
राँची : झारखंड विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र का आज मंगलवार को अंतिम दिन है. विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11.07 में शुरू हुई. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि केंद्र सरकार ईडी का दुरुपयोग कर लोकतंत्र पर प्रहार कर रही है. आज हमारी बारी है तो कल किसी और की बारी होगी. हेमंत सरकार के पास बहुमत था. सरकार बहुत बढ़िया चल रही थी. शिबू सोरेन और उनके परिवार के प्रति व्यक्तिगत द्वेष की भावना से हेमंत सरकार गिराई गयी है. इससे राज्य के आदिवासी जनमानस की भावना को ठेस पहुंचा है.

दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि कल राज्यपाल जब सदन में अभिभाषण दे रहे थे, तब उनका आचरण सबने देखा. उनकी बॉडी लैंग्वेज से लग रहा था कि वे सरकार की उपलब्धियों से सहमत नहीं है. दीपिका पांडे ने कहा कि इनके सांसद निशिकांत दुबे पहले दिन से इस सरकार को गिराने की साजिश कर रहे. दीपिका के बयान पर सदन में हंगामा शुरू विपक्ष के सभी विधायक वेल में आये. दीपिका पांडे सिंह अपने भाषण के दौरान भावुक होकर कहा कि हेमंत सोरेन को साजिश करके जेल भेजा गया है, लेकिन जब वह बाहर निकाल कर आयेंगे, तब कुंदन की तरह तप कर निकलेंगे.

भाजपा विधायक मनीष जायसवाल ने राज्यपाल के अभिभाषण पर संशोधन का प्रस्ताव दिया था. यह सदन में नहीं आने पर उन्होंने कहा कि हमलोग विधायक नही हैं तो बोल दीजिये. इसपर स्पीकर ने कहा कि आपसे किसने कह दिया कि आप विधायक नहीं हैं. अपने दिमाग में जो कुछ लेकर आते हैं, उसी को सदन में परोसने का काम करते हैं. आप सीधा आसन पर आक्षेप लगा देते हैं.

जेएमएम विधायक सुदीव्य सोनू ने कहा कि जनादेश वाली सरकार के हरण का कुंठित प्रयास किया गया है. इस हरण में राजभवन की भूमिका संदिग्ध है. राजभवन ने अपनी सुचिता और मर्यादा तार-तार कर दिया. हेमंत की गिरफ्तारी के बाद इनके मुंह से लार टपक रहा था कि अब हम सरकार बना लेंगे. कहा कि ये परिवारवाद की बात करते हैं. लेकिन इन्हें अपनी पार्टी में परिवारवाद नहीं दिखता. भाजपा में संघर्ष करने वाले विधायक सदन में बैक बेंचर बने हुए हैं और परिवारवाद वाले नेता जेपी पटेल, भानु प्रताप शाही और अमित मंडल जैसे नेता आगे बैठे हुए हैं.