जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने शनिवार को पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को पत्र लिखकर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आमबगान मैदान की वर्तमान दयनीय स्थिति पर चिंता जताई और मैदान के सौंदर्यीकरण व संरक्षण की मांग की.
उन्होंने लिखा है कि यह मैदान अब कारों-बसों की अवैध पार्किंग और गैरेज का अड्डा बन चुका है, जिससे इसकी गरिमा और ऐतिहासिक महत्व पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है.

सरयू राय ने बताया कि विधायक निधि से मैदान में स्थापित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा स्थल के सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है. इस कार्य का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे तो पाया कि मैदान के अधिकांश हिस्से पर वाहनों की अवैध पार्किंग हो रही है. साथ ही, कई लोगों ने प्लास्टिक के अस्थायी घर बनाकर मैदान पर कब्जा कर लिया है और अस्थायी दुकानें भी संचालित की जा रही हैं.
पत्र में सरयू राय ने उल्लेख किया कि मैदान के एक हिस्से में कश्मीरी उलैन मेला लगा हुआ है और पूरा क्षेत्र अवैध गतिविधियों का केंद्र बन गया है. उन्होंने याद दिलाया कि उनके पिछले कार्यकाल (2014–2019) में टाटा स्टील की जुस्को इकाई द्वारा मैदान की घेराबंदी और सौंदर्यीकरण का कार्य आरंभ किया गया था, लेकिन वह अधूरा रह गया.
विधायक ने कहा कि यह मैदान ऐतिहासिक रूप से नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की स्मृतियों से जुड़ा हुआ है. उनके सुझाव पर यहां नेताजी की प्रतिमा स्थापित की गई, जिस पर अब छतरी और घेराबंदी का कार्य भी चल रहा है. उन्होंने प्रतिमा स्थल पर एक पट्ट लगवाया है, जिस पर नेताजी के स्वतंत्रता अभियान का रूट चार्ट अंकित है — कोलकाता से गोमो, फिर जर्मनी होते हुए सिंगापुर और जापान तक की उस ऐतिहासिक यात्रा की झलक.
उन्होंने उपायुक्त से आग्रह किया कि जिला प्रशासन, जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति और टाटा स्टील लिमिटेड के सहयोग से मैदान को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के स्मृति स्थल के रूप में विकसित किया जाए और इसके लिए ठोस कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाए.
स्थलीय निरीक्षण के दौरान शंकर कर्मकार राजा चौधरी, भागवत मुखर्जी, सुबोध श्रीवास्तव, अजय कुमार, परमिंदर सिंह पन्नू, दुर्गा राव, अमृता मिश्रा, नीरज सिंह, संतोष भगत, विजय सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे.










