
जमशेदपुर : झारखंड की सियासी खेल हर मिनट बदलती हुई नजर आ रही है। हेमन्त सोरेन की गिरफ्तारी से लेकर चम्पई सोरेन के विधायक दल के नेता बनाये जाने के बीच कई अटकलें लगी। 43 विधायकों के हस्ताक्षर किए हुए लेटर देने के बाद भी यह कयास लगाया जा रहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार अब नहीं बनने वाली।

इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि भाजपा सूत्रों का कहना है कि गठबंधन के 18 विधायकों का उनको समर्थन प्राप्त है और वे भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे।
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बी एल संतोष भी शाम 4 बजे बैठक करने वाले हैं। जिसके बारे में भाजपा सूत्रों का यह कहना है कि इस बैठक के बाद झारखंड में कमल खिलेगा।

दूसरी ओर राज्यपाल से 3 बजे का समय मांग कर अपनी बहुमत पेश करने की चाह रखे चम्पई सोरेन को राज्यपाल ने 5:30 बजे का समय दिया है। झामुमो के अंदर मुख्यमंत्री पद के लिए आपसी सहमति भी नहीं दिखाई दे रही है और इसका सबसे बड़ा कारण है शिबू सोरेन के परिवार के बाहर किसी को मुख्यमंत्री पद के लिए चुनना। तो क्या यह बढ़ते समय के साथ घटते समर्थन का डर चम्पई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के सफर में रुकावट पैदा करेगी ? अब देखना यह है कि राज्यपाल के दिये गए समय पर असल खेला क्या होगा।
