जमशेदपुर : केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय के तहत काम करने वाली एजेंसी ट्राइफेड द्वारा लगाए गए आदि महोत्सव में काफी भीड़ हो रही है। शहरवासियों के उत्साह को देखते हुए आदि महोत्सव को 20 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। ट्राइफेड के क्षेत्रीय प्रबंधन शैलेन्द्र कुमार राजू ने बताया कि आदि महोत्सव में रविवार शाम को अलग अलग राज्यों के कलाकारों के लगाए गए स्टॉलों पर शहरवासियों ने खरीदारी की। (जारी…)

इसमे बांस, कुश से बने सजावट के सामान, खूंटी के महिलाओं द्वारा त्वरित बनाकर दिए जाने वाले लाह की चूड़ियां, खादी और शिल्क के कपड़े, कुर्ते, कुर्तियां, साड़ी, अचार, उत्तराखंड और सिक्किम के बने कपड़ों की काफी डिमांड दिखी। वहीं, झारखंड के कलाकारों के बनाए गए वाद्य यंत्र बनाम, नगाडों के स्टॉल पर भी लोग जानकारी लेते रहे। दूसरी ओर, अलग-अलग प्रदेशों के व्यंजन के स्टॉलों पर भी भीड़ दिखी। इसमे झारखंड का धुसका, चिल्का रोटी, मालपुआ, छत्तीसगढ़ के स्टॉल पर पोहा जैसे लोकल खाने की वस्तुओं का लुत्फ लोग लेते दिखे। (जारी…)

150 से अधिक स्टॉल आदि महोत्सव में कुल 150 स्टॉल लगे हैं। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण इसमें सिक्किम, छत्तीसगढ़, बंगाल, ओडिशा, राजस्थान, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के जनजातीय कलाकार पहुंचे हैं। शाम को जनजातीय समूहों ने नृत्य प्रस्तुत किया। संताली, संबलपुरी और नागपुरी गीतों पर स्थानीय कलाकारों ने नृत्य से सभी को मुग्ध किया। इस दौरान काफी संख्या में लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ उठाया।

