
राजधानी रांची में 3 बांग्लादेशी युवतियों को पुलिस ने पकड़ा है. तीनों युवतियां बगैर पासपोर्ट और वीजा के ही पिछले 1 महीने से रांची में रह रहीं थीं. पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, ये लड़कियां फेंसिंग क्रॉस कर भारत में दाखिल हुई थीं.
जानकारी के अनुसार, सभी लड़कियां बॉर्डर क्रॉस कर कोलकाता पहुंची जहां से से ये रांची पहुंचीं. पकड़ी गई एक युवती का फर्जी आधार कार्ड भी पुलिस ने बरामद किया है. पुलिस को दिए बयान में युवतियों ने बताया है कि नौकरी और ज्यादा पैसे देने की बात कहकर इन्हें भारत बुलाया गया था. इसे लेकर ही ढाका की रहनेवाला एक लड़का और उसकी पत्नी ने इनकी मदद की थी और इन लड़कियों को फेंसिंग से बॉर्डर क्रॉस कराया था.

बॉर्डर क्रॉस करने के बाद ये लड़कियां कोलकाता पहुंचीं जिसके बाद बाइक और कार से रांची पहुंचाया गया. करीब एक महीने से रांची में थी और 27 मई से बरियातू स्थित बाली रिजॉर्ट में ठहरी हुई थी. जानकारी के अनुसार, इन्हें रांची लाने का कार्य मनीषा रॉय नामक कोलकाता की महिला के द्वारा किया गया था जो फिलहाल फरार है. मनीषा रॉय ने ही रिजॉर्ट में कमरा बुक कराया था.
मामले की जानकारी देते हुए रांची के सदर डीएसपी संजीव बेसरा पासपोर्ट वीजा न होने के कारण युवतियों को फॉरेन एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. वहीं, इस मामले की रिपोर्ट भी केंद्र सरकार को भेजा जा रहा है. गिरफ्तार युवतियों में निम्पी बरुआ, सरमीन अख्तर, निपा अख्तर शामिल है. दरअसल, इन्हें ब्यूटी पार्लर में काम की बात कही गई थी और अधिक रुपये देने का भी वादा किया गया था. लेकिन इनसे बार में डांस कराया जा रहा था और जिस्मफरोशी के धंधे में धकेला जा रहा था.

डीएसपी ने बताया कि इस बात की सूचना एक युवती ने कमरे से निकल बरियातू पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस की टीम बाली रिजॉर्ट पहुंची और युवतियों का रेस्क्यू किया. पुलिस की पूछताछ में सारी बातें सामने आईं हैं. जानकारी के अनुसार, इनके शरीर पर कुछ कटे और खरोंच के भी निशान मिले हैं, जिसे युवतियों के द्वारा पुलिस को बताया गया कि फेंसिंग क्रॉस करने के दौरान उन्हें ये घाव लगे हैं.
