
इजरायल में लेबनान के मिसाइल हमले में मारे गए भारतीय श्रमिक पी.मैक्सवेल के शव को 7 मार्च (गुरूवार) की शाम को भारत भेजा गया. 30 वर्षीय मैक्सवेल केरल के कोल्लम के रहने वाले थे.
मैक्सवेल के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में इजरायल के गृह मंत्री मोशे अर्बेल, जनसंख्या एवं आव्रजन प्राधिकरण (पीआईबीए) के महानिदेशक, इजरायली विदेश मंत्रालय के अधिकारी और भारतीय दूतावास के वरिष्ठ राजनयिक मौजूद रहे.

मैक्सवेल को इजराइली गृह मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
भारत के लिए इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘गृह मंत्री मोशे अर्बेल और उनकी टीम के वरिष्ठ सदस्यों के नेतृत्व में कृषि मंत्रालय का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारतीय नागरिक मैक्सवेल के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में गया. मैक्सवेल एक खेत में काम कर रहे थे तभी हिजबुल्ला के रॉकेट हमले में उनकी मौत हो गई. ओम शांति.’’
कैसे हुई मैक्सवेल की मौत
एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 140 के जरिए शव दिल्ली ले जाया गया और वहां से उसे शुक्रवार को भारतीय समयानुसार दोपहर तीन बजे एअर इंडिया की उड़ान संख्या एआई 801 से तिरुवनंतपुरम भेजा जाएगा. इस हमले में सात अन्य कर्मचारी घायल हो गए, जिनमें केरल के मूल निवासी दो भारतीय भी शामिल हैं. हमले में वाजाथोप के निवासी 31 वर्षीय बुश जोसेफ जॉर्ज और वागामोन के रहने वाले 28 वर्षीय पॉल मेल्विन घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
कौन थे पी.मैक्सवेल
पी.मैक्सवेल एक भारतीरय नागरिक थे जो इजरायल में काम करते थे. जिस समय मैक्सवेल पर हमला हुआ उस समय वह उत्तरी इजरायल के एक बगीचे में थे. मैक्सवेल दो महीने पहले ही वर्क कांट्रेक्ट पर केरल से इजरायल आए थे. मैक्सवेल के परिवार में उनकी एक पांच साल की बच्ची और गर्भवती पत्नी हैं.

