एक नई सोच, एक नई धारा

जिंदा रहकर भी हो सकता है समस्या का हल.. फिर क्यों लगा रहे हो मौत को गले आज कल : रवि जायसवाल

IMG 20240309 WA0029
IMG 20240309 WA0029

जमशेदपुर : समाजसेवी रवि जायसवाल ने शहर में बढ़ती आत्महत्या पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि आज कल लोग बात बात में मौत को गले लगा रहें है. जो काफी चिंतनीय व पीड़ादायक है. इस आत्महत्या की कड़ी की रोकथाम के लिए एकजुट होकर समाज में मुहिम चलाने की सख्त आवश्यकता है. इस मुहिम में सामाजिक लोगों को और समाज के प्रबुद्ध लोगों को आगे आना होगा.

श्री जायसवाल ने कहा कि इसके लिए में हमेशा मदद के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि अगर मेरे इस पहल से अगर किसी की भी जान बच जाए और किसी का घर न उजड़े ये मेरे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात होगी।
श्री जायसवाल ने कहा कि दुनिया भर में हर साल सात लाख से अधिक लोग विभिन्न हालात में आत्महत्या कर लेते हैं, जो बेहद सोचनीय है।

ऐसे कदम उठाने से बचाने के लिए हमें एक दूसरे को सामाजिक तौर पर मदद करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें अपनी आलोचना सुनने की भी आदत होनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि तीन मूल मंत्रों आस्क, केयर और एस्कॉर्ट को अपनाकर हमें दूसरों की मदद करनी चाहिए, जिससे मानसिक स्वास्थ्य ठीक रह सके और आत्महत्या से बचा जा सके।

IMG 20240309 WA0028
IMG 20240309 WA0027
IMG 20240309 WA0026