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वर्धमान ज्वेलर्स के मालिक की बहादुरी के कायल हुए लोग, देखें फ़ुटेज

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जमशेदपुर – सोनारी एरोड्रम बाजार रोड स्थित वर्धमान ज्वेलर्स में डकैती की घटना को दो दिन बीत चुके हैं. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ भी किया जा रहा है. पुलिस की कई टीम अलग-अलग एंगल से अपराधियों का पता लगाने में जुटी है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं. इस बीच घटना वाले दिन यानी बुधवार को डकैती के दौरान का एक सीसीटीवी फुटेज मिला है. उसे देख शहरवासी दुकान के मालिक पंकज जैन के साहस की जमकर तारीफ कर रहे हैं.

अपराधियों के हाथ में पिस्तौल देखकर लोग डर कर भाग जाते हैं, लेकिन पंकज जैन तनिक भी नहीं डरे. खाली हाथ ही पिस्तौल लिए अपराधियों से भिड़ गये. दुकान के मालिक पंकज जैन ने बताया कि बुधवार को अपराधी दुकान में आभूषण खरीदने आये थे, लेकिन अचानक उनलोगों ने पिस्तौल निकाल ली. उन्हें लगा कि क्या हो गया? वे उनकी मेहनत की कमाई ले जाने आये हैं. फिर उन्हें कुछ नहीं सूझा और वे उनसे भिड़ गए. सभी अपराधी लगातार उन पर हमला कर रहे थे. उनलोगों ने पिस्तौल की बट से हमला किया. फायरिंग भी की, लेकिन इसकी परवाह किए बिना लगातार उन्हें रोकने का प्रयास किया. अंतिम में उन्होंने दो युवकों को पकड़ भी लिया, लेकिन वे भागने के क्रम में दुकान के बाहर जा कर गिर गए.

पंकज जैन ने बताया कि अपराधी पूरी दुकान को लूटने के उद्देश्य से आये थे. जिस वक्त घटना घटी, उनके दिमाग में सिर्फ एक ही बात आ रही थी कि अपराधियों को उनके मंसूबे में कामयाब नहीं होने देना है. अपराधियों से भिड़ंत के दौरान कई बार गिरा और उन्हें भी धक्का मारा. इस कारण अपराधी दुकान के अंदर पूरी तरह नहीं घुस पाये. हालांकि, एक बदमाश ने कुछ गहने निकाल लिये. पंकज जैन ने कहा कि मुसीबत के समय लोगों को घबराना नहीं चाहिए, बल्कि डटकर मुकाबला करना चाहिए.

पंकज जैन ने बताया कि बुधवार की वारदात के बाद से सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की विचार कर रहे हैं. इसके लिये सुरक्षागार्ड तैनात करेंगे. इसके अलावा इलेक्ट्रानिक लॉक और हूटर भी लगाया जायेगा, ताकि इस तरह की घटना होने पर तत्काल सतर्क किया जा सके. घटना के वक्त मौजूद दुकान के कर्मचारियों ने कहा कि अपराधी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. पहले रेकी की थी, फिर तीन पिस्तौल लेकर दुकान में पहुंचे थे. वे ज्यादा से ज्यादा गहने लूटना चाह रहे थे, लेकिन पंकज भाई उनकी राह में दीवार बन गये थे. उनके हिम्मत को देख अपराधी भी घबराने लगे और पकड़े जाने के डर से हाथ में जो आया (10 लाख के गहने) ही लेकर भाग गये. अपराधी अपने मंसूबे में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाये.