
जमशेदपुर : सामाजिक संगठन सांझी आवाज के संस्थापक एवं भारतीय जनता पार्टी के युवा सिख नेता सतबीर सिंह सोमू ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सलाह दी है कि अल्पसंख्यक विरोध वाली कांग्रेस की विरासत को जरूर देखें। भारत में संविधान का राज है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के शासन में अल्पसंख्यक के साथ कहीं भी कोई गलत व्यवहार नहीं हुआ है। राहुल गांधी देखें और बताएं कि प्रधानमंत्री के आवास में कब सिख पंथ के महान जत्थेदारो को साढे तीन फीट लंबी कृपाण के साथ प्रवेश करने का मौका मिला है।
देश के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा से देश सेवा करने वाले सिखों को प्रधानमंत्री ने अपने आवास में आमंत्रित किया और उनकी पहचान को आवाज दी। प्रधानमंत्री ने मौके बे मौके में सिख गुरुओं के सिद्धांतों पर चलने का संदेश दिया और खुद भी गुरुद्वारों में बिना बताए एक आम श्रद्धालु की तरह नजर आते हैं।
इतना ही नहीं ईसाई धर्म के आदरणीय बिशप और बरेली तथा देवबंद मत के मुसलमान प्रबुद्ध लोगों को अपने आवास में आमंत्रित करते रहे हैं।
राहुल गांधी यह भी देखें कि कांग्रेस के शासनकाल में कितने दंगे होते रहे हैं और भाजपा के शासनकाल में कितने सांप्रदायिक दंगे हुए हैं।
असल में कांग्रेस कमजोर हो गई है और राहुल गांधी विधवा विलाप कर रहे हैं। कांग्रेस आरक्षण का विरोध करती रही है चाहे वह अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ी जाति, महिला वर्ग अथवा आर्थिक रूप से कमजोर स्वर्ण जाति के लोगों का आरक्षण हो। यह तो अंग्रेजों का भला हो जो अनुसूचित जनजाति को संवैधानिक लाभ प्रदान कर गए अन्यथा कांग्रेस तो किसी को समानता का अधिकार देना ही नहीं चाहती है।
सिखों की पहचान पर खतरा तो कांग्रेस ने खड़ा किया और 1984 में हजारों सिख का कत्लेआम करवाया।
इसके साथ ही इस भाजपा नेता ने राहुल गांधी को सलाह दी है देश में आकर जितनी आलोचना करनी है वह करें परंतु विदेशी धरती का इस्तेमाल भारत के भाईचारा को खत्म करने की साजिश करने का काम नहीं करें।