गुमला : धान कूटने वाली मशीन के संपर्क में आने से एक महिला का सर धड़ से अलग हो गया है। जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के केंदटोली गांव की 40 वर्षीय नैहरी देवी शुक्रवार को धान कूटने वाली मशीन लाकर धान कुटवा रही थी। इसी दौरान नैहरी का दुपट्टा मशीन की चक्की में फंस गया और नैहरी का सर धड़ से अलग हो गया। घटना के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना घाघरा थाना को दी।
काम शुरू होने के साथ ही जिंदगी खत्म
खबर मिलने के बाद थानेदार अमित कुमार चौधरी व एसआई अभिषेक कुमार घटनास्थल पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। धान कुटने वाले ने बताया कि धान कुटना प्रारंभ हुआ ही था कि महिला मशीन की चपेट में आ गई।
धान कूटने के लिए भाड़े पर मंगाई थी मशीन
घटना के बाद परिजनों व गांव में मातम का माहौल है। इस संबंध में थानेदार अमित कुमार चौधरी से पूछने पर उन्होंने कहा पति रामलाल भगत व पत्नी नैहरी दोनों ने धान कूटने के लिए मशीन भाड़े पर मंगाया था। दोनों मिलकर धान कूटवाना प्रारंभ किया ही था कि इसी दौरान नैहरी का दुपट्टा मशीन के चक्की में फंस गया और महिला पूरी तरह से मशीन की चपेट में आ गई जिससे महिला का सर धड़ से अलग हो गया।
मशीन से होते रहे हैं कई हादसे
हालांकि, ऐसी घटनाएं समय-समय पर सामने आती हैं। कभी साड़ी का पल्लू, तो कभी दुपट्टा या चुनरी फंसकर महिलाओं की दर्दनाक मौत हो जाती है। ऐसे में इस तरह के काम में और अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। बता दें कि इस मशीन की बनावट कुछ ऐसी होती है जिससे कि धान के दाने में से मिट्टी के छोटे-छोटे कण और धूल बाहर गिर जाते हैं।
धान की कुटाई घास-फूस तथा पुआल को निकाल रबर के सहारे होती है, जिसमें चावल के ऊपरी परत ब्रान को हटाया जाता है। इसे मवेशियों को चारा के साथ मिलाकर खिलाने के काम आता है। साथ ही, रिफाइंड तेल व कई खाद्य पदार्थो में राइस ब्रान का प्रयोग कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। वहीं, धान का बाहरी हिस्सा भूसी जलावन के काम आ जाता है।