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धनबाद: कबाड़ में तब्दील हुई नेताजी सुभाषचंद्र बोस की कार, आक्रोशित बंगाली समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी

धनबाद: तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा, इस नारे को सुनते ही आज भी युवाओं के जहन में देशभक्ति का जोश भर जाता है। लेकिन देशभक्ति की प्रेरणा देने वाले महान क्रांतिकारी देशभक्त नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की निशानियों का उपहास हो रहा है। बीसीसीएल की अनदेखी से उनकी ऐतिहासिक कार कबाड़ बन गयी है। धनबाद से नेताजी का पुराना नाता है। धनबाद के गोमो स्थित नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जंक्शन में वे अंतिम बार 17 जनवरी 1941 को देखे गये थे।

बीसीसीएल की उदासीनता के कारण नेताजी सुभाषचंद्र बोस की कार कबाड़ में तब्दील हो गई है। इस कार्यशैली से बंगाली समाज के लोगों में आक्रोश है। जिसके बाद उन्होंने नेताजी की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए सड़क से सदन तक आंदोलन की चेतावनी दी है। धनबाद से नेताजी की पुराना नाता है, अंतिम बार उन्हें गोमो रेलवे स्टेशन पर देखा गया था।

बीसीसीएल के पूर्व सीएमडी टीके लाहिड़ी कार को ओडिशा से धनबाद लेकर आए थे। उनकी सोच थी कि नेताजी की इस निशानी को लोग देखकर गौरव का अनुभव करेंगे। परंतु ऐसा नहीं हो रहा है, इससे बंगाली समाज के लोग बीबीसीएल के प्रति अपनी नाराजगी जता रहे हैं। समाज के लोगों ने कहा कि कोई कैसे इस तरह से हमारे महापुरुषों का अपमान कर सकता है। इसे लेकर बीसीसीएल सीएमडी समीरण दत्ता से कार की बेहतर देखरेख को लेकर मिलने की बात कही। उन्होंने कहा कि महापुरुषों की चीजों और उनकी विरासत को सहेज कर रखना हम सब की जिम्मेदारी है।

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