Site icon

कुणाल षाड़ंगी ने दिया भाजपा से त्यागपत्र, कहा – राजनीति में आने के अपने उद्देश्य के प्रति न्याय करने में असमर्थ हूँ

5fbb5c5acd40974294c5dc01b73a8c2dca6edb019d28c727e5e88eb73cc486ce.0

जमशेदपुर : कुणाल षाड़ंगी ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से आज इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया है. गौरतलब हो कि विगत 19मई को जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लोकसभा चुनाव के प्रचार को लेकर घाटशिला आना हुआ था ठीक उसी दिन उन्होंने भाजपा प्रदेश प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दिया था। जिसमें उन्होंने साफ संकेत दे दिए थे कि उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा तो आगे ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं।

कुणाल ने अपने इस्तीफे में भाजपा की अंदरुनी हालत का जिक्र करते हुए लिखा है कि कैसे अब इस पार्टी में रहकर जनता के हित में कार्य करना उनके लिए मुश्किल हो रहा है। जब कुणाल ने प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दिया था, तब पार्टी के पदाधिकारियों पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया था.

उन्होंने अपने आज के त्यागपत्र प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नाम लिखते हुए यह बताने की कोशिश की है कि पूर्वी सिंहभूम में बुनियादी समस्याओं से जुड़े विषयों और संगठनात्मक विषयों को प्रदेश अध्यक्ष और अन्य वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में लाने के बावजूद पार्टी जिले की महत्वपूर्ण मुद्दों के प्रति बिलकुल उदासीन है। खासकर युवाओं के मुद्दों पर यहाँ से चुने हुए जन प्रतिनिधि हमेशा से मौन रहे हैं और संगठन के आंतरिक अनुशासन के प्रति भी कोई गंभीरता दिखाई नहीं देती है।

इन परिस्थितियों में प्रदेश नेतृत्व के द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जाना दुर्भाग्यजनक है और ऐसी कार्यप्रणाली से वह सहमत नहीं है और राजनीति में आने के उनके मुख्य उद्देश्य के प्रति न्याय करने में असमर्थ हैं, इसलिए वह अपना त्यागपत्र दे रहें हैं। अपने त्यागपत्र की प्रतिलिपि उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, राष्ट्रीय संगठन मंत्री बी.एल. संतोष एवं प्रदेश संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह के नाम भी की है।

Exit mobile version