जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची झंडा चौक स्थित बाल मंदिर अखाड़ा का ट्रेलर जब्त करने का मामला गरमा गया है। इसको लेकर आज सुबह से साकची झंडा चौक पर बड़ी संख्या में आखाड़ा समिति के लाइसेंसधारी व सदस्य व हिंदू समाज से जुड़े लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है. उन्होंने जिला प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया और सभी उतावला दिखे. उनके साथ पूरे जमशेदपुर सहित पड़ोसी जिलों के अखाड़ा समितियों ने विसर्जन करने से मना कर दिया है।
सुबह से ही विभिन्न अखाड़ा समितियों के लोग साकची स्थित झंडा चौक पर जमा हो गए. वे जिला प्रशासन द्वारा रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान डीजे और ट्रेलर जब्त करने की कार्रवाई का विरोध कर रहे थे. इस दौरान जुगसलाई, आदित्यपुर और आसपास के भी अखाड़ा समिति के लोग पहुंचे. उन्होंने भी जिला प्रशासन से मांग की कि जप्त डीजे और टेलर को छोड़ा जाए. जब प्रशासन द्वारा उनकी मांग नहीं की गई तो वे जमकर नारेबाजी की और साकची में गोलचक्कर पर धरना के लिए पहुंच गए. वही आज रामनवमी शोभा यात्रा का विसर्जन नहीं किया जाएगा. इसको लेकर पूरा मामला गरमा गया है. यह कभी भी उग्र रूप धारण कर सकता है. अब जिला प्रशासन किस तरह इस मामले को सुलझाएगी यह देखने वाली बात है. वही इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस पदाधिकारियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है।
दूसरी ओर देर रात तक काफी मान मनोव्वल के बाद भी प्रशासन की ओर से ट्रेलर को छोड़ा नहीं गया. जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो समेत तमाम अखाड़ा समिति के लोगों के साथ भाजपा के जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव समेत अन्य लोगों ने प्रशासन से दूरभाष पर लगातार बातचीत की इस बीच अखाड़ा समिति के लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा था. प्रशासन इसके बदले दूसरा ट्रेलर ( बंद ट्रक) देने को राजी हो रहा था. रात करीब 12:30 बजे तक जब कोई फैसला नहीं हुआ।
केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति के संरक्षक अभय सिंह ने कहा कि जमशेदपुर के बाल मंदिर अखाड़ा की गाड़ी और डीजे को जब्त करने को लेकर जमशेदपुर वासियों से अपील करते हैं कि इस हिन्दू विरोधी सरकार के विरुद्ध में एकजुट होए, जिसके शासन काल में प्रशासन भी हिंदुओं की भावनाओं को चोटिल करने का कार्य कर रही है. इस सरकार की मुस्लिम तुष्टीकरण की नीति के विरोध में सारे अखाड़ा समिति द्वारा यह तय हुआ है कि जब तक प्रशासन हमारी बात नहीं मानेगी तब तक अखाड़ा जुलूस जमशेदपुर से नहीं निकलेगी. जमशेदपुर वासियों से विनम्र निवेदन है कि इस भ्रष्ट और हिन्दू भावना को आहत करने वाली सरकार के विरुद्ध में एकत्रित होकर हमारा और जमशेदपुर अखाड़ा समिति का साथ दें. लोगों से यह भी अपील करते हैं कि शनिवार को इस ज़ुल्मी सरकार और निर्दयी प्रशासन के विरुद्ध शनिवार जमशेदपुर बंद का आह्वान किया गया है और कल पूरी तरह से जमशेदपुर को बंद रखने में आम जनता का सहयोग बहुत जरूरी है. यह सरकार दिखावे की राजनीति करके के एक विशेष वर्ग को खुश करने में लगी रहती है, यदि यह सरकार हिन्दू विरोधी नहीं होती तो आज प्रशासन बरसों से चली आ रही हमारी संस्कृति को यूं बर्बाद करने पर उतारू नहीं होती. हम कोई नई चीज नहीं कर यह यह रामनवमी के जुलूस दशकों से निकलते आया है लेकिन आज इस सरकार और प्रशासन की वजह से रामभक्त सभी जुलूस नहीं निकाल कर सड़क पर बैठे हैं. दुर्गा पूजा के समय उपायुक्त द्वारा शांति से बैठ कर हर मसले का हल निकाला गया था और बहुत ही अच्छे तरीके से दुर्गा पूजा का विसर्जन हुआ था लेकिन इस बार शासन और प्रशासन अपने हठधर्मी रवैये के कारण रामनवमी के रंग को भंग करने का कार्य की है, जो न्याय संगत नहीं है.