भारत का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI ग्लोबल होता जा रहा है और कई देशों ने इसे अपनाने में दिलचस्पी दिखाई है. अब इसका और विस्तार होने जा रहा है और इसके तहत मॉरिशस और श्रीलंका में भी यूजर्स यूपीआई का इस्तेमाल कर सकेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 12 फरवरी को दोपहर 1 बजे दोनों देशों में इस सर्विस को लॉन्च करेंगे.
UPI के साथ RuPay कार्ड की भी सुविधा
विदेश मंत्रालय द्वारा रविवार को इस लॉन्च के बारे में एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए जानकारी शेयर की गई थी. श्रीलंका और मॉरिशस में UPI सर्विसेज लॉन्च होने के बाद दोनों देश के लोग अपने-अपने यहां इसका इस्तेमाल कर पाएंगे. इसके अलावा भारत से मॉरिशस और श्रीलंका जाने वाले पर्यटक और वहां से भारत में आने वाले टूरिस्ट भी इसके जरिए पेमेंट कर पाएंगे. मॉरिशस में सिर्फ UPI ही नहीं, बल्कि RuPay कार्ड सर्विस भी लॉन्च की जाएगी.
दोपहर 1 बजे PM Modi करेंगे लॉन्च
मॉरिशस और श्रीलंका में UPI लॉन्च इवेंट दोपहर 1 बजे होगा और पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसे लॉन्च करेंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ के साथ तीनों देशों के सेंट्रल बैंक के गवर्नर भी उपस्थित रहेंगे. गौरतलब है कि हाल ही फ्रांस में भी UPI सर्विस शुरू की गई है. इसके जरिए एफिल टावर के टिकट बुक कराने की सुविधा भी दी जा रही है.
2016 में UPI की हुई थी शुरुआत
भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा संचालित इस सर्विस को मोदी सरकार ने 2016 में लॉन्च किया था. इसने पैसों के लेन-देन से ऑनलाइन पेमेंट को बेहद आसान बनाने का काम किया है. यूपीआई से आसान तरीके से सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा मिलती है. ये रियल टाइम फंड ट्रांसफर करने में सक्षम है और इसे IMPS मॉडल से डेवलप किया गया है.
फ्रांस-सिंगापुर समेत कई देशों में एक्टिव
श्रीलंका और मॉरिशस में होने वाली यूपीआई लॉन्चिंग से पहले भारतीय पेमेंट सिस्टम फ्रांस, सिंगापुर, यूएई, नेपाल, भूटान एक्टिव है. बता दें कि UPI के आने के बाद से ऑनलाइन ट्रांजैक्शंस में खासी तेजी देखने को मिली है. इसमें साल दर साल इजाफा हो रहा है और इसका अंदाजा NPCI के आंकड़ों को देखकर लगाया जा सकता है. इसके मुताबिक, बीते साल दिसंबर 2023 में भी UPI से 18.23 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड का लेन-देन किया गया था, जो कि इससे पिछले साल 2022 की समान अवधि की तुलना से 54 फीसदी अधिक था.