कोडरमा : झारखंड में एक और सोनम कांड ने सनसनी फैला दी है। पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर ना सिर्फ पति को मौत के घाट उतारा, बल्कि उसका चेहरा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। दिल दहलाने वाली ये घटना झारखंड के कोडरमा के तिलैया डैम ओपी क्षेत्र की है। पुलिस ने इलाके में मिले कुचले हुए शव की गुत्थी सुलझा दी है।
पुलिस ने मृतक की पत्नी बबीता देवी, उसके प्रेमी अजय पासवान और उसके चचेरे भाई नीतीश पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हत्या की साजिश बबीता देवी ने रची थी, जिसमें उसने अपने प्रेमी और उसके सहयोगी की मदद ली थी। दरअसल तिलैया डैम ओपी क्षेत्र के चमगोदोनखुर्द में कुछ दिन पहले एक कुचले हुए शव के मिलने से सनसनी फैल गई थी।
मृतक की पहचान गोवर्धन साव के रूप में हुई थी। चेहरे को बुरी तरह कुचले जाने के कारण प्रारंभिक जांच में हत्या की आशंका जताई गई थी। अब पुलिस ने इस रहस्य से पर्दा उठा दिया है और इस हत्याकांड के पीछे की चौंकाने वाली साजिश सामने आई है।
हत्या की पूरी योजना पत्नी ने बनाई
जानकारी में ये बात सामने आयी है कि गोवर्धन साव की पत्नी बबीता देवी ने अपने प्रेमी अजय पासवान और उसके चचेरे भाई नीतीश पासवान के साथ मिलकर इस पूरी हत्या की योजना बनाई थी। घटना से एक दिन पहले बबीता ने अपने प्रेमी को गोवर्धन को जमकटी इलाके में बुलाने की बात कही। वहां अजय और नीतीश ने गोवर्धन को शराब पिलाई।
जब गोवर्धन नशे में धुत हो गया, तो दोनों ने तौलिए से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे को पत्थरों से बुरी तरह कुचल दिया गया। इसके बाद शव को सुनसान जगह पर फेंक दिया गया ताकि पुलिस को लगे कि यह कोई सड़क हादसा है।
एटीएम कार्ड का पासवर्ड भी दिया था पत्नी ने
हत्या के बाद आरोपियों को आर्थिक मदद मिल सके इसके लिए बबीता देवी ने अपना एटीएम कार्ड और पासवर्ड अजय पासवान को दे दिया था। पुलिस को जांच के दौरान यह एटीएम कार्ड अजय के पास से बरामद हुआ है।
पुलिस ने ऐसे सुलझाई गुत्थी
मामले की जानकारी देते हुए कोडरमा के एसपी अनुदीप सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी मुख्यालय रतिभान सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और कॉल डिटेल्स की मदद से आरोपियों की गतिविधियों का पता लगाया।घटनास्थल से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और खून से सना पत्थर बरामद किया। साथ ही सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन ने भी आरोपियों तक पहुंचने में मदद की। तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

