धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र की रहनेवाली 17 साल की नाबालिग लड़की को अगवा कर दुष्कर्म करने का एक सनसनीखेज मामला शनिवार को सामने आया है। घटना के बाद भी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। जबकि नाबालिग लड़की के परिवार के लोगों को मामले को दबा देने का दबाव भी बना रही है। शनिवार को अचानक नाबालिग की हालत बिगड़ने पर एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके पहले नाबालिग को घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था।
घटना के बारे में परिवार के लोगों का कहना है कि आरोपी आबिद अली धालभूमगढ़ थाना क्षेत्र के दोलकी गांव का रहने वाला है। वह लकड़ी का व्यापारी होने के साथ-साथ उंची पहुंच भी रखता है। रात के 2 बजे आबिद नाबालिग लड़की के घर पर पहुंचा था और उसे अगवा कर अपने घर लेकर चला गया। वहां पर उसने दुष्कर्म किया। परिवार के लोगों ने रात को जब बेटी को गायब पाया तब उसकी खोज-बीन करने लगे। इस बीच पता चला कि आबिद अली उसे अगवा कर अपने घर पर लेकर गया है।
घटना के बाद पंचायत तक भी मामला पहुंचा था। इसके बाद पंचायत भी बैठी लेकिन आरोपी और उसके परिवार के लोग नाबालिग लड़की को अपनाने के लिये तैयार नहीं हुए। बल्कि नाबालिग लड़की की हत्या तक कर देने की धमकी वे दे रहे हैं।
इधर जब नाबालिग को एमजीएम अस्पताल लाया गया तब भी पुलिस मामले को दबाने का काम कर रही है। परिवार के लोगों को साफ कह दिया है कि पत्रकारों तक मामला नहीं पहुंचना चाहिये। हम सुलह करवा देंगे। इधर परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिये। या तो आरोपी बालिग होने के बाद शादी कर ले या जेल की हवा खाये।
नाबालिग लड़की की बात करें तो वह गांव के ही सरकारी स्कूल में 8वीं कक्षा तक पढ़ी लिखी है। इसके बाद गांव से स्कूल काफी दूर होने के कारण उसने पढ़ाई छोड़ दी है। घटना धालभूमगढ़ में ही नहीं बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है और पुलिस मामले को दबाने में जुटी हुई है।