
राइजिंग भारत समिट में शिरकत करने के लिए पहुंचे. राइजिंग भारत समिट के मंच से उन्होंने भ्रष्टाचार और इसमें शामिल लोगों पर तीखा हमला बोला.
उन्होंने कहा कि 2014 के पहले हालात कुछ ऐसे थे कि घर-घर में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा था. देश की साख गिर रही थी. तब की सरकार झूठे तर्कों के आधार पर अपने घोटालों का बचाव करने में जुटी रहती थी. आज देश की स्थिति बिलकुल अलग है. आज सरकार भ्रष्टाचार पर कार्रवाई कर रही है. साथ ही जो भी कार्रवाई की जा रही है, उसका पूरा हिसाब भी दे रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस समय भ्रष्टाचारी खुद झूठ बोल-बोलकर बचाव की मुद्रा में हैं. पहले आम लोग पूछते थे कि सत्ता में बैठे हुए पावरफुल लोगों पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी, केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई जैसी एजेंसियां कार्रवाई क्यों नहीं करती हैं? आज पावरफुल और भ्रष्ट लोग पूछ रहे हैं कि एजेंसियां उन पर कार्रवाई क्यों कर रही हैं? उन्होंने कहा कि बीते 10 साल में देश के अंदर ये बड़ा अंतर आया है. साथ ही कहा कि अगर सरकार की नीयत सही होगी तो काम भी सही ही होगा.
‘हमने सरकारी दफ्तरों को सत्ता के बजाय सेवा का केंद्र बनाया’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार पर कार्रवाई मेरी प्रतिबद्धता है. इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘हमारे देश में भ्रष्टाचार इसलिए भी अधिक था क्योंकि सरकारी दफ्तर सर्विस सेंटर के बजाय पावर सेंटर बन गए थे. हर काम के लिए देशवासियों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ते थे. हमने सरकारी दफ्तरों को सत्ता के बजाय सेवा का केंद्र बनाया. इसके लिए हमने ज्यादा से ज्यादा सरकारी सेवाओं को फेसलेस करने का काम किया. हमने पूरी कोशिश की है कि बिल से लेकर टैक्स जमा करने तक की सभी सेवाएं ऑनलाइन हों.
‘टेक्नोलॉजी से भी किया जा रहा है भ्रष्टाचारियों का इलाज’
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार तिकड़में और दिमाग लगाने वाले भ्रष्टाचारियों का इलाज टेक्नोलॉजी से भी कर रही है. तकनीक के इस्तेमाल से आज भ्रष्टाचारियों की धरपकड़ आसान हुई है. आज कैश और मनीट्रेल को छुपाना मुश्किल हो गया है. इसीलिए किसी सरकारी बाबू के घर, बिस्तर और दीवारों से नोटों की गड्डियां निकलती हैं. कभी टीएमसी के किसी मंत्री के घर से करोड़ों के नोटों की गड्डियां निकलती हैं. कभी कांग्रेस के किसी सांसद के घर से सैकड़ों रुपये की गड्डियां निकलती हैं. इसलिए अब चारों तरफ भ्रष्टाचारियों में बौखलाहट नजर आती है.
पीएम मोदी ने पिछली सरकारों के भ्रष्टाचार पर बोला हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘देश के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्ली से 1 रुपया भेजता हूं तो सिर्फ 15 पैसा गांव के गरीब तक पहुंचता था. साफ है कि सरकारी खजाने से पैसा निकल तो रहा था, लेकिन जा किसी और की जेब में जा रहा था. ये ऐसा भ्रष्टाचार था, जो सीधे सामान्य लोगों पर बुरा असर डाल रहा था.’ उन्होंने कहा कि मनरेगा का पैसा सरकारी खजाने से निकलता था, लेकिन मजदूर को मजदूरी नहीं मिलती थी. गैस की सब्सिडी किसी और के खाते में पहुंच जाती थी. अपनी स्कॉलरशिप पाने के लिए भी रिश्वत देनी पड़ती थी.
‘हमने त्रिशक्ति बनाकर सरकारी खजाने की लूट को बंद किया’
पीएम मोदी ने कहा कि 10 साल पहले तक जो सरकार में थे, उनकी राजनीति को ये भ्रष्टाचार सूट करता था. लेकिन, हमने सरकारी खजाने की लूट को पूरी तरह से बंद कर दिया. हमने जनधन, आधार और मोबाइल की त्रिशक्ति बनाई. वहीं, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर यानी डीबीटी के जरिये 34 लाख करोड़ रुपये सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में पहुंचाए. अगर पहले वाला हाल होता तो 27 से 28 लाख करोड़ रुपये लाभार्थियों तक पहुंचते ही नहीं. हमने 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों के नाम सूचियों से हटाए हैं. उसका लाभ लेने वाले कभी मोदी की जय-जयकार नहीं करेंगे