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सोनारी दोमुहानी नदी तट पर हुआ सामूहिक गणगौर विसर्जन, नयी नवेली 21 दुल्हनों को भायली महिला मंडल ने किया सम्मानित

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लगातार सोलह दिनों तक चलने वाला गणगौर उत्सव गुरूवार की शाम गणगौर और जवारा विसर्जन के साथ हर्षोल्लास संपन्न हुआ. खरकाई एंव स्वर्णरेखा नदी के संगम सोनारी दोमुहानी नदी तट पर विधि-विधान के साथ सामूहिक गणगौर विसर्जन किया गया. इसमें सोनारी और कदमा सहित आसपास क्षेत्र से मारवाड़ी समाज की लगभग 400 महिलाएं एवं युवतियां अपनी-अपनी गणगौरों एवं जवारों का विसर्जित करने के लिए पहुंचीं. महिलाएं नृत्य-गीत, पूजा-पाठ कर गणगौरों एवं जवारों का हर्षाेल्लास विसर्जन किया. साथ ही एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर खुशी मनायी. भायली महिला मंडल जमशेदपुर की अध्यक्ष कविता अग्रवाल और सचिव मंजू अग्रवाल के संयुक्त नेतृत्व में महिलाओं के लिए लगाये गये सेवा शिविर में नयी नवेली गणगौर पूजने वाली 21 बहू-बेटियों का बैंड बाजा एंव अंग वस्त्र के साथ स्वागत और उपहार देकर मनुहार किया गया.


साथ ही सभी के लिए जलपान की भी व्यवस्था की गयी थी. इससे पहले सुबह सात बजे से मंडल की ओर से सोनारी स्थित महिला सत्संग भवन में समाज की महिलाओं के लिए सामूहिक गणगौर पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें मारवाड़ी समाज की महिलाओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया. पूरे कार्यक्रम में सुमन अग्रवाल, मैना अग्रवाल, काव्या शर्मा आदित्यपुर, बिमला वर्मा, नीलम नागेंलिया, उमा डांगा, संजना अग्रवाल, संगीता अग्रवाल, कविता अग्रवाल कदमा, सीमा डंगबाजिया, लता अग्रवाल, झुमकी अग्रवाल, राधा अग्रवाल, लक्ष्मी अग्रवाल, काजू अग्रवाल, प्रीति झाझरिया, रीमा अग्रवाल, रीना अग्रवाल, शिवानी अग्रवाल, कविता अग्रवाल, कंचन अग्रवाल, गुरप्रीत अग्रवाल, खुश्बू शर्मा, रेखा अग्रवाल, बबिता पुरिया, संतोष अग्रवाल, डोली अग्रवाल, राजश्री हरुपका, स्वाति अग्रवाल, भारती अग्रवाल समेत अन्य की सराहनीय भूमिका रही.

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