Site icon

‘इंडिया जिंदाबाद…’ पाकिस्तानी मछुआरों ने इंडियन नेवी को कहा शुक्रिया

n596152080171185387970906388ddc0898fe2638260e1b711bbf72ba2e23c0e367d8547a70e12dac458d2b

भारतीय नौसेना ने अरब सागर में एक बार अपने साहस का परिचय देते हुए समुद्री लुटेरों के छक्के छुड़ा दिए. दरअसल सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज को बीते दिनों हाईजैक कर लिया था.

इन जहाज के चालक दल में 23 पाकिस्तानी नागरिक थे. इंडियन नेवी को जैसे ही इस जहाज के अपहरण की खबर मिली तो वह तुरंत उसके पीछे रवाना हो गई. नौसेना के जवानों ने फिर अदम्य साहस का परिचय देते हुए 29 मार्च को सभी 23 पाकिस्तानियों को छुड़ाने के साथ-साथ 9 समुद्री लुटेरों को आत्मसमपर्ण के लिए मजबूर कर दिया. इंडियन नेवी के इस कारनामे से ये पाकिस्तानी नाविक भी कायल हो गए और उन्होंने ‘इंडिया जिंदाबाद’ के नारे लगाए.

नौसेना ने इस ऑपरेशन से जुड़ा वीडियो शेयर किया है, जिसमें ये पाकिस्तानी नाविक इंडियन नेवी का शुक्रिया अदा करते और ‘इंडिया जिंदाबाद’ के नारे लगाते दिख रहे हैं. घटना के समय मछली पकड़ने वाला जहाज सोकोट्रा के यमनी द्वीप से लगभग 90 एनएम दक्षिण पश्चिम में था, जो अदन की खाड़ी के पास उत्तर पश्चिम हिंद महासागर में है.

समुद्री लुटेरों को भारत लेकर आ रही नौसेना
नौसेना के प्रवक्ता द्वारा साझा किए गए एक बयान के अनुसार, भारतीय नौसेना की विशेषज्ञ टीम मछली पकड़ने वाले जहाज ‘अल-कंबर’ की सभी जांच पूरी कर चुकी है. इसमें कहा गया, ‘मछली पकड़ने की गतिविधियों को जारी रखने के लिए पोत को मंजूरी देने से पहले चालक दल में शामिल 23 पाकिस्तानी नागरिकों की गहन चिकित्सा जांच की गई.’ नौसेना इसके साथ ही इन सभी 9 समुद्री लुटेरों को भारत लेकर आ रही. इनके खिलाफ समुद्री लूट रोधी अधिनियम, 2022 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

भारतीय नौसेना ने शुक्रवार को समुद्री लुटेरे रोधी अभियान के तहत 12 घंटे से अधिक के “गहन सामरिक उपायों” के बाद मछली पकड़ने वाले अपहृत ईरानी जहाज और इसके चालक दल को बचा लिया था. इसने कहा, ‘आईएनएस सुमेधा ने शुक्रवार तड़के एफवी ‘अल कंबर’ को रोका और बाद में गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस त्रिशूल भी अभियान से जुड़ गया.’

इसमें कहा गया कि घटना के समय मछली पकड़ने वाला जहाज सोकोट्रा से लगभग 90 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में था और ‘बताया गया कि नौ हथियारबंद समुद्री लुटेरे उसमें सवार हो गए थे.’

समुद्र में नौसेना के साहस की कायल हुई दुनिया
भारतीय नौसेना की इस हालिया समुद्री डकैती रोधी कार्रवाई ने प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता के रूप में इसकी भूमिका को और मजबूत किया है, जिसे नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में निभाना चाहती है.

इससे दो सप्ताह पहले नौसेना एक अन्य जहाज ‘रुएन’ और 17 बंधकों को बचाया था तथा लगभग 40 घंटे तक चले अभियान में 35 सशस्त्र समुद्री लुटेरों को पकड़ लिया था. नौसेना के अधिकारियों ने कहा था कि भारतीय नौसेना की कड़ी कार्रवाई के परिणामस्वरूप रुएन पर मौजूद समुद्री लुटेरों ने 16 मार्च को आत्मसमर्पण कर दिया था.

Exit mobile version