1 फरवरी (ट्रिन्यू) लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी हरियाणा कांग्रेस को पूर्व वित्त मंत्री व पार्टी के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय सिंह यादव ने तगड़ा झटका दिया है।
हरियाणा ही नहीं, केंद्रीय स्तर के भी कई नेताओं की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठाते हुए उन्होंने कहा, ‘आज के दिन कांग्रेस में मेरा दम घुट रहा है। मैं तो सोनिया गांधी का ऋणी हूं और वे जब तक जिंदा हैं, मैं कांग्रेस में रहूंगा। बेशक, मुझे पार्टी के प्राइमरी सदस्य के रूप में ही काम करना पड़े’।
हरियाणा इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी में पिछड़ा वर्ग के लोगों को शामिल नहीं करने के अलावा लोकसभा चुनावों के लिए क्षेत्रवार चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से आवेदन मांगने के फैसले से वे आहत हैं। कैप्टन अजय यादव ने 2019 में गुरुग्राम संसदीय सीट से चुनाव लड़ा था। वे इस बार भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके थे। प्राइवेट एजेंसी को हायर करके सर्वे भी करवा रहे हैं, लेकिन अब उन्होंने सभी कार्यों पर फुलस्टॉप लगा दिया है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कैप्टन यादव ने कहा, ‘मैं लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए किसी सूरत में आवेदन नहीं करूंगा। पार्टी जो आदेश देगी उसे मानूंगा। गुरुग्राम से जिसे चुनाव लड़वाया जाएगा, उसकी मदद करूंगा, लेकिन मैं आवेदन करके सीट नहीं मांगूंगा’। यह फैसला लेने से पहले सोचना चाहिए था। हरियाणा इतना बड़ा राज्य नहीं है कि आवेदन मांगने की नौबत आए। महज दस सीटें हैं। इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी के नेताओं से ही सभी सीटों के लिए पैनल मांगे जा सकते थे। कमेटी में पिछड़ा वर्ग के नेताओं को शामिल नहीं करने से नाराज यादव ने कहा कि राहुल गांधी पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यकों को उनका हक देने की बात कर रहे हैं, लेकिन पार्टी में ही कुछ लोग हैं जो उनकी नीतियों पर पलीता लगा रहे हैं। एक सवाल पर कैप्टन यादव ने कहा, मैं खड़गे जी से मिल चुका हैं। प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान से भी बात कर चुका हूं। और किस स्तर पर बात करूं?