राजनगर : वारंगक्षिति हो भाषा लिपि के जनक ओत गुरु लाको बोदरा की 106वीं जयंती के अवसर पर राजनगर प्रखंड के समरसाई में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने राजनगर में लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। प्रतिमा अनावरण समारोह में मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि ओत गुरु लाको बोदरा की जयंती पर उमड़ी जनसैलाब यह बता रहा है कि लोग भाषा के प्रति जागरूक है,आने वाले समय मे भव्य आयोजन किया जाएगा।
मौके पर विशिष्ट अतिथि सोनाराम बोदरा ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के सहयोग से लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा बना। उन्होंने कहा सरायकेला के बड़बिल में भी श्री सोरेन के सहयोग से लाको बोदरा की प्रतिमा स्थापित करने में महत्वपूर्ण सहयोग की थी, जनजातिय कला भवन भाषा संस्कृति के उत्थान में सदैव योगदान देते रहे हैं। आदीवासी हो समाज के सावन सोय ने मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का स्वागत किया।
समारोह में विशिष्ट अतिथि सोनाराम बोदरा सहित सभी अतिथियों का स्वागत एवं रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाषी कलाकारों ने नृत्य गीत संगीत के जरिए देर रात तक दर्शकों का संमा बांधे रखा। कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य मालती देवगम , डोबरो देवगम, पूर्व मुखिया सह हो महासभा सरायकेला के अध्यक्ष गणेश गागराई, पंचायत के मुखियागण, ग्राम प्रधान के अलावे हो समाज के गण्यमान्य अतिथि असंख्य ग्रामीण कार्यक्रम में उपस्थित थे। लाको बोदरा प्रतिमा अनावरण के साथ ही हो भाषी लोगों में फैली खुशी की लहर।
