चक्रधरपुर रेल मंडल के प्रमुख स्टेशन टाटानगर में यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा की शुरुआत की गई है। अब स्टेशन पर डिजिटल लोकर रूम उपलब्ध है, जो न केवल यात्रियों के सामान को सुरक्षित रखने में मदद करेगा, बल्कि सुविधा, सरलता और समय की बचत भी प्रदान करेगा। यह डिजिटल लोकर रूम चक्रधरपुर रेल मंडल का पहला ऐसा आधुनिक सुविधा केंद्र है, जिसे अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। इससे रेलवे यात्री अपनी यात्राओं को और भी सहज और सुविधाजनक बना सकेंगे।
डिजिटल लोकर रूम की कार्यप्रणाली
इस नए डिजिटल लोकर रूम की खासियत यह है कि यात्री इसमें सामान रखने और निकालने की पूरी प्रक्रिया स्वयं कर सकते हैं। इसके लिए एक मशीन लगाई गई है, जिस पर QR कोड स्कैन करने की सुविधा उपलब्ध है। यात्री QR कोड स्कैन कर अपने सामान को रखने के लिए समय सीमा निर्धारित करते हैं और उस हिसाब से शुल्क का भुगतान कर सकते हैं। इससे पारंपरिक पद्धति की तुलना में कहीं अधिक सहज, तेज और सुरक्षित तरीका विकसित हुआ है।
भुगतान दरें और सुविधाएँ
डिजिटल लोकर रूम में सामान रखने की दरें काफी स्पष्ट और पारदर्शी हैं। यात्री अपनी आवश्यकतानुसार समय सीमा चुनकर आसानी से भुगतान कर सकते हैं। दरें इस प्रकार हैं:
लार्ज सामान के लिए शुल्क
1 घंटे के लिए: ₹23.6
3 घंटे के लिए: ₹70.8
5 घंटे के लिए: ₹141.6
8 घंटे के लिए: ₹200.5
12 घंटे के लिए: ₹448.4
एस्ट्रा लार्ज सामान के लिए शुल्क
1 घंटे के लिए: ₹41.3
3 घंटे के लिए: ₹123.9
5 घंटे के लिए: ₹247.8
8 घंटे के लिए: ₹413
12 घंटे के लिए: ₹826
यदि कोई यात्री सामान को 12 घंटे से अधिक समय के लिए रखना चाहता है, तो अतिरिक्त शुल्क भी निर्धारित किया गया है। इसके तहत: लार्ज सामान के लिए अतिरिक्त घंटे का शुल्क: ₹20 प्रति घंटे एस्ट्रा लार्ज सामान के लिए अतिरिक्त घंटे का शुल्क: ₹35 प्रति घंटे
यह प्रणाली सुनिश्चित करती है कि यात्री अपनी जरूरत और सुविधा के अनुसार समय सीमा निर्धारित कर सकें, साथ ही उन्हें पारदर्शी मूल्य निर्धारण का लाभ भी प्राप्त हो।
यात्री सुविधा में बढ़ोतरी
टाटानगर स्टेशन पर डिजिटल लोकर रूम के शुरू होने से यात्रियों को अब अपने भारी सामान या जरूरी दस्तावेज स्टेशन परिसर में सुरक्षित रखने में आसानी होगी। विशेष रूप से लंबी यात्रा करने वाले यात्री, जो स्टेशन पर लंबा समय बिताते हैं, वे अपने सामान की सुरक्षा को लेकर चिंतित नहीं होंगे। डिजिटल लोकर रूम के माध्यम से वे समयबद्ध तरीके से सामान रखकर अपनी यात्रा का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा, यह सुविधा उन यात्रियों के लिए भी उपयोगी साबित होगी, जो कुछ समय के लिए स्टेशन परिसर में रहकर आराम करना चाहते हैं या चाय-नाश्ता करने के बाद पुनः अपनी यात्रा में शामिल होना चाहते हैं।
प्रौद्योगिकी के माध्यम से सुरक्षा सुनिश्चित
इस डिजिटल लोकर रूम में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है। QR कोड स्कैनिंग, डिजिटल भुगतान प्रणाली और स्वयं सेवा प्रणाली से यह सुविधा पूरी तरह से आधुनिक बन चुकी है। इससे मनुष्य-निर्भर प्रणाली से निजात मिली है, और चोरी या अन्य सुरक्षा संबंधी चिंताओं से निजात मिली है। यात्रियों को एक स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में अपने सामान को स्टोर करने की स्वतंत्रता प्राप्त हुई है। इसके साथ ही डिजिटल लॉगर रूम 24 घंटे कार्यरत रहेगा, जिससे यात्री किसी भी समय सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
रेलवे प्रशासन की पहल
चक्रधरपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने इस नवीनतम सुविधा की शुरुआत को यात्रियों के लिए एक अहम कदम बताया है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारे उद्देश्य यात्रियों को बेहतर सेवा और सुविधा उपलब्ध कराना सर्वोपरि है। डिजिटल लोकर रूम के माध्यम से हम पारंपरिक प्रणाली की तुलना में तेज, सुरक्षित और अधिक भरोसेमंद सेवा प्रदान कर पा रहे हैं। यह सुविधा विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए उपयोगी साबित होगी, जो स्टेशन पर अधिक समय व्यतीत करते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में और भी स्टेशनों पर इस सुविधा को लागू किया जाएगा, ताकि यात्रियों की सुविधा को बढ़ाया जा सके।
यात्रियों की डिजिटल लोकर को लेकर प्रतिक्रिया
नवीन डिजिटल लोकर रूम के उद्घाटन के बाद यात्रियों की प्रतिक्रियाएँ सकारात्मक रही हैं। संदीप मिश्रा, जो टाटानगर से नई दिल्ली की यात्रा कर रहे थे, ने बताया, “यह सुविधा वास्तव में मेरे लिए बहुत उपयोगी साबित हुई। मुझे अपने बड़े बैग को सुरक्षित रखने में अब परेशानी नहीं होती। मैं समय सीमा तय कर आसानी से भुगतान कर अपने सामान को लॉक कर सका।” इसी प्रकार, श्रीमती रेखा सिंह ने कहा, “इस सुविधा ने हमारी यात्रा को और भी आरामदायक बना दिया है। अब स्टेशन पर सामान को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है।”
भविष्य की योजनाएँ
रेलवे प्रशासन की योजना है कि आने वाले वर्षों में डिजिटल लोकर रूम की सुविधा को अन्य प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर भी विस्तारित किया जाएगा। इससे न केवल यात्रियों की सुविधा में वृद्धि होगी, बल्कि रेलवे के संचालन में भी दक्षता आएगी। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि इस सुविधा के लिए उपयोगकर्ता मैत्रीपूर्ण इंटरफेस का निर्माण किया गया है, ताकि तकनीकी ज्ञान न रखने वाले भी आसानी से इसका उपयोग कर सकें। साथ ही, सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा, जिससे उपयोगकर्ता का विश्वास बना रहे।
डिजिटल लोकर रूम की यह पहल यात्रियों के लिए एक बेहतरीन सुविधा साबित होगी। पारदर्शी मूल्य निर्धारण, उपयोग में सरलता, और सुरक्षित प्रणाली के कारण यह सुविधा तेजी से लोकप्रिय होगी। टाटानगर स्टेशन पर इसकी शुरुआत से न केवल यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि रेलवे के डिजिटलीकरण की दिशा में भी यह एक महत्वपूर्ण कदम माना जाएगा। आने वाले समय में ऐसी सुविधाओं के विस्तार से भारतीय रेलवे और अधिक यात्री मैत्रीपूर्ण और आधुनिक बनकर उभरेगा।
