जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन मुख्य गेट के सामने रेलवे पार्किंग के पेटी कांट्रेक्टर नीरज दूबे पर शुक्रवार की देर शाम ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। अपराधियों द्वारा बरसाई गई गोलियां नीरज की गर्दन, हाथ में लगी है। उसका इलाज टीएमएच में चल रहा है। उसकी स्थिति खतरे से बाहर है। नीरज पर गोली चलाने के दौरान भागने में आउट गेट के पास एक अपराधी को जीआरपी ने पकड़ लिया है। इस घटना के बाद रेल क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। घटना की सूचना पाकर जीआरपी थाना प्रभारी गुलाम रब्बानी, आरपीएफ के सहायक कमाडेंट एके नायक, आरपीएफ ओसी एसके तिवारी, बागबेड़ा थाना प्रभारी केके झा, जुगसलाई थाना प्रभारी कुणाल कुमार मौके पर पहुंचे। मामले की जांच की जा रही है।
नीरज दूबे स्टेशन पार्किंग के साथ साथ आरक्षण काउंटर पर खुले नाईट आउट होटल का भी संचालन कर रहा था। वैसे यह होटल गोल्डी तिवारी, जबकि पार्किंग शैल इंजीनियरिंग के राजेश सिंह के नाम पर है। पिछले दिनों ही पानी सप्लायर संतोष सिंह उर्फ फकीरा को रंगदारी के लिए नीरज दूबे ने अपने गुर्गों के साथ पिटाई की थी। उसके बाद से ही स्टेशन का माहौल गरमाया हुआ था। नीरज दूबे सीरियल क्राइम के मास्टर माइंड पंकज दूबे का चचेरा भाई है और बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर एक का रहने वाला है। साकची में कुछ साल पूर्व निरंजन सिंह की हत्या में नीरज दूबे जेल की हवा खा चुका है।
नीरज दूबे जब से स्टेशन क्षेत्र में काम के लिए घुसा है। वह यहां वर्चस्व स्थापित करना चाहता है। सूत्रों के अनुसार स्टेशन के बाहर धंधा कर रहे कई लोगों से रंगदारी वसूली जाती है। होटल के नीचे ठेला, पार्किंग में पान गुमटी अपने वर्चस्व और रेल अधिकारियों की सांठ गांठ से खुलवा दी है, जो नियम के विरुद्ध है। बहरहाल, स्टेशन पार्किंग में अब तक फायरिंग, हत्या की घटनायें हो चुकी है। ये फायरिंग की घटना भी इतिहास में जुड़ गई।