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महाकाल मंदिर में बड़ा हादसा, होली खेलते समय गर्भगृह में आग

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मध्यप्रदेश के उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में बड़ा हादसा हो गया है। यहां भस्म आरती में होली खेलते समय गर्भगृह में आग लग गई। इस हादसे में मंदिर के 13 पुजारी झुलस गए।

मामले को देखते हुए मंदिर का नंदी हॉल खाली कराया गया और भस्म आरती में शामिल भक्तों को बाहर निकाला गया।

गर्भगृह में आग लगते ही वहां मौजूद भक्तों में भगदड़ गई। इसके बाद तुरंत जिला अस्पताल से एंबुलेंस को बुलवाया गया और घायलों को जिला अस्पताल उपचार के लिए पहुंचाया गया जहां प्राप्त उपचार के बाद चार लोगों को इंदौर रेफर किया है और बचे हुए लोगों का इलाज किया जा रहा है।

गुलाल उड़ाने से भड़की आग

बताया जा रहा है कि आरती के दौरान गुलाल उड़ाने से आग भड़की है। हादसे के समय मंदिर में हजारों श्रद्धालु महाकाल के साथ होली मना रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार गर्भगृह में पुजारी आरती कर रहे तभी पुजारी संजीव पर पीछे से किसी ने गुलाल डाला। गुलाल दीपक पर गिरा। अनुमान है कि गुलाल में कोई केमिकल ऐसा था जिससे आग भड़क गई।

गर्भगृह में लगी चांदी की परत को रंग-गुलाल से बचाने के लिए फ्लैक्स लगाए गए थे। इसमें भी आग लग गई। कुछ लोगों ने फायर एक्सटिंग्विशर से आग पर काबू पर पाया। लेकिन, तब तक गर्भगृह में मौजूद आरती कर रहे संजीव पुजारी, विकास, मनोज, सेवाधारी आनंद, कमल जोशी समेत 13 लोग झुलस गए।

जांच के आदेश

उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि 13 लोग झुलसे हैं। 4 लोगो को इंदौर रेफर किया गया है।घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए एक कमेटी बनाई जा रही है। बाकी बचे हुए घायलों को उज्जैन के जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।

कैसे हुआ हादसा?

मंदिर के पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया कि होली पर महाकाल मंदिर में हर दिन की तरह ही भस्मारती हो रही थी। त्योहार पर भक्त होली खेल रहे थे। इस दौरान कपूर आरती हो रही थी। आशंका जताई जा रही है कि गुलाल मैं किसी प्रकार का केमिकल मिला होने से उड़कर कपूर आरती पर गिरा जिससे यह हादसा हुआ।

उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह के अनुसार स्थिति नियंत्रण में है मामले की जांच के लिए टीम गठित की जाएगी अभी तक आठ लोगों को रेफर किया जा चुका है।

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