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स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी, HMPV वायरस को लेकर अलर्ट मोड पर राज्य सरकार

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झारखंड में भले ही HMPV वायरस को लेकर कोई बड़ा खतरा नहीं बताया जा रहा हो, लेकिन देश के कई हिस्सों में इस वायरस की आहट से लोग डरे हुए हैं। कर्नाटक में तो फिर से कोरोना जैसे हालात लौट आये हैं। राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी की है, जिसके तहत अब फिर से मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। कर्नाटक सरकार ने इसे लेकर राज्य के लोगों को अलर्ट जारी किया है।

जानकारी के मुताबिक भारत ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV ) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अबतक कुल 7 केस सामने आ चुके हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मा सुब्रमण्यन ने कहा- संक्रमण ने भारत और खासकर राज्य में कोई बड़ा प्रभाव नहीं डाला है। सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित लोग एचएमपीवी की जांच करवा सकते हैं, लेकिन इसके लिए कोई विशेष उपचार नहीं है। उन्होंने कहा कि मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाए रखना और हाथ साफ रखने जैसे उपायों को अपनाने के लिए लोगों, खासकर लक्षण वालों को प्रेरित किया जा रहा है।

सर्दी-जुकाम है तो बच्चे को स्कूल न भेजें पैरेंट्स

छोटे बच्चों पर HMPV का असर जल्दी होने की आशंका को देखते हुए मध्यप्रदेश के स्कूलों में सतर्कता बरती जाने लगी है. स्कूलों ने बच्चों को एहतियात बरतने की सलाह दी है. साथ ही कई स्कूलों ने पैरेंट्स से कहा है कि बच्चों को मास्क लगाकर स्कूल भेजें. चूंकि इस वायरस के लक्षण भी कोरोना से मिलते-जुलते हैं. इसलिए कहा गया है कि अगर किसी बच्चे को सर्दी-जुकाम है तो स्कूल नहीं आएं. घर पर ही आराम करें. क्योंकि सर्दी-जुकाम से पीड़ित रोगी से ये वायरस बहुत जल्दी फैलता है. हालांकि अभी तक राज्य सरकार या शिक्षा विभाग ने इस बारे में स्कूलों को कोई गाइडलाइन नहीं दी लेकिन स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर सावधानी बरत रहा है।

चीन के बाद मलेशिया, अमेरिका और भारत में भी पहुंच गया संक्रमण

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के बाद अब ये वायरस कई अन्य देशों में भी फैल गया है। स्ट्रेट टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मलेशिया में 2024 में 327 मामले दर्ज किए गए, जो 2023 में 225 मामलों से 45% अधिक है। मलेशियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से बार-बार हाथ धोने, मास्क पहनने और खांसते-छींकते समय मुंह और नाक को ढकने जैसे निवारक उपाय करने का आग्रह किया है।अमर उजाला से बातचीत में अमेरिका में एचएमपीवी संक्रमितों का इलाज कर रहे फिजिशियन डॉ रविंद्र गोडसे ने बताया कि अमेरिका में कुछ लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई है हालांकि ज्यादातर लोग आसानी से ठीक हो रहे हैं इसलिए ज्यादा चिंता की जरूरत नहीं है।

क्या है लक्षण

इसके लक्षणों में श्वसन संक्रमण शामिल है – जैसे नाक बंद होना, नाक बहना, आंखें लाल होना और गले में खराश होना. अगर यह गंभीर है, तो निमोनिया जैसे लक्षण होंगे, जब सांस लेने में तकलीफ होगी. नहीं तो सर्दी-खांसी जैसे सामान्य लक्षण होंगे. इसका असर 2-7 दिन तक रहता है और इस अवधि में यह अपने आप ठीक हो जाता है.

HMPV वायरस से बचाव के उपाय

डॉ पिनाकी आर देबनाथ ने बताया, “इसके लिए कोई एंटी-वायरल दवा नहीं है. तो, हम इसे कैसे रोक सकते हैं – मास्क लगाकर अगर आप भीड़भाड़ वाली जगह पर जा रहे हैं, अगर वहां कोई संक्रमित व्यक्ति है तो उससे दूरी बनाए रखें और उससे हाथ न मिलाएं, अपने हाथ धोएं और खांसते/छींकते समय शिष्टाचार का पालन करें. इससे संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी. अगर किसी में लक्षण हैं, जैसे कि अगर किसी को बुखार है, तो आप उसे एंटीपायरेटिक दे सकते हैं… लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि अगर आपके लक्षण बिगड़ते हैं, तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.”

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