झारखंड के चक्रधरपुर में जमशेदपुर एसीबी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। जिसके तहत मीण कार्य विभाग के लिपिक को गिरफ्तार किया गया है। एसबी ने उसके पास से 1 लाख 40 हजार की रिश्वत के रकम बरामद की है।
इससे पहले भ्रष्टाचार निरोधक दस्ता मामले में एक्शन लेने के लिए एक हफ्ते पहले भी जमशेदपुर पहुंचा था, लेकिन तब लिपिक ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यालय नहीं आया था।
झारखंड के जिस सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीण कार्य विभाग के लिपिक पर रिश्वतखोरी का आरोप लगा है वो सड़क डीएमएफटी फंड से बन रही है। सड़क निर्माण की अनुमानित लागत 46 लाख रुपए है। लेकिन सड़क निर्माण गुणवत्ता पर फोकस ना करके ग्रामीण कार्य विभाग का लिपिक अपनी जेब भरने में लगा था। जिसके चलते लिपिक सरोज कुमार को लेकर ठेका कम्पनी ने जमशेदपुर एसीबी की टीम से संपर्क किया था।
शिकायत सही पाए जाने पर एसीबी के अधिकारी चक्रधरपुर के ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यालय पहुंचे थे। एसीबी की टीम के निर्देश पर जैसे ही ठेका कंपनी के अविनाश ने लिपिक को 1 लाख 40 हजार की रिश्वत दी, मौके पर मौजूद टीम ने त्वरित एक्शन लिया और सरोज कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस एक्शन के बाद एसीबी की टीम ग्रामीण कार्य विभाग लिपिक के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। अधिकारियों की टीम ने किराए के उस घर पर भी छापा मारा जहां लिपिक सरोज कुमार रहता है। इस घर से एसीबी को कई दस्तावेज हाथ लगे हैं। जिसे लेकर भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते की टीम वापस जमशेदपुर एसीबी कार्यालय के रवाना हुई। बता दें कि लिपिक सरोज कुमार के खिलाफ ठेका कंपनी की शिकायत के बाद एसीपी मा्मले की जांच में लगी थी। इससे एक हफ्ते पहले भी एसीबी के अधिकारी चक्रधरपुर पहुंचे थे। लेकिन उस दिन लिपिक कार्यालय ही नहीं आया था।ॉ