
देश का अंतरिम बजट पेश होने में अब 24 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। ऐसे में देश के कई सेक्टरों को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से काफी उम्मीदें हैं। कहा जा रहा है कि वित्तमंत्री उपभोग को बढ़ावा देने, निर्माताओं के बीच सही नीतियों को लागू करने इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए बजट आवंटन के साथ कृषि क्षेत्र और किसानों पर भी ध्यान केंद्रित कर सकती है, लेकिन इनसे हटकर सबसे वित्तमंत्री के लिए बड़ा पहलू महंगाई को नियंत्रित करना और छटनी पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती है।
जिसको एक सर्वे में लोगों ने इसे सबसे प्रमुख मुद्दा बताया है।
सर्वे के अनुसार बढ़ती महंगाई और सभी सेक्टर में छटनी दो प्रमुख मुद्दे हैं। जो भारतीयों को सबसे ज्यादा चिंतित कर रहे हैं। वे 2024 के बजट से पहले केंद्र सरकार से कुछ सुरक्षा की उम्मीद कर रहे हैं। केंद्रीय बजट 2024 से उपभोक्ता उपभोक्ता भावनाओं और अपेक्षाओं को दिखाने वाला सर्वे 2500 भारतीय के बीच किया गया था। उनमें से आधे से ज्यादा लोगों ने बढ़ती महंगाई को अपनी प्रमुख चिंता के रूप में उठाया था।
मार्केटिंग डेटा और एनालिटिक्स कंपनी कंतार के सर्वे के अनुसार, अनियमित मानसून, जलवायु परिवर्तन जो कृषि उपज को प्रभावित कर सकता है, वो भी दूसरा बड़ा मुद्दा है। क्योंकि यह सीधे तौर पर नहीं, लेकिन महंगाई को बढ़ाने में असर डालता है।
कृषि क्षेत्र के लिए बजट 2024 में उम्मीदें
कृषि क्षेत्र के लिए बजट में उचित आवंटन इसलिए जरुरी है, क्योंकि आज भी देश की लगभग 58 फीसदी आबादी इस पर निर्भर है। यहां सवाल सिर्फ कृषि उत्पादकता का नहीं, बल्कि जीवन व्यापन का भी है। इस बार के बजट से किसानों को उम्मीद है कि सरकार उनकी स्थिति को स्वीकार करेगी और जीवन स्तर को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में बढ़ोतरी करेगी।

रेलवे बजट 2024 में नई ट्रेनों की उम्मीद
पिछले बजट में सरकार ने रेलवे के लिए रिकॉर्ड 2.4 लाख करोड़ रूपये का आवंटन किया था। इस आवंटन से रेलवे ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को शुरू किया, जिसमें स्मार्ट स्टेशनों का निर्माण, लॉजिस्टिक कॉरिडोर का विकास, और वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन शामिल रहा। इन परियोजनाओं से रेलवे ने यात्री और माल परिवहन में सुधार किया है। हालांकि, यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अब रेलवे बजट से यह उम्मीद की जा रही है कि नई ट्रेनों की खेप के लिए बड़ी राशि आवंटित की जाएगी।
