
सर्वजन हिन्दू समिति द्वारा विगत दिनों कदमा हिंसा मामले में भाजपा नेता अभय सिंह सहित कई हिन्दूवादी नेताओं को झूठे आरोप में गिरफ्तार किए जाने और बेबुनियाद धारा लगाए जाने के विरुद्ध आज मशाल जुलूस निकाला गया, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने अपना समर्थन देते हुए इस जुलूस को सफल बनाया और सरकार की तुष्टिकरण की राजनीति के अधीन प्रशासन द्वारा किए गए इस कुकृत्य का जमकर विरोध किया। मशाल जुलूस जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (JNAC) से संध्या 6:00 बजे निकलते हुए साकची गोलचक्कर तक गयी। इस दौरान हिन्दू नेताओं के समर्थन और प्रशासन एवं तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली सरकार के विरोध में लोगों ने नारा लगाते हुए अपनी आवाज़ भी बुलन्द की। जिसमें हिन्दू कार्यकर्ताओं के साथ साथ महिलाओं और युवाओं ने भी बढ़ चढ़ कर अपनी भागीदारी दी। इस दौरान जनता पूर्णरूप से हिन्दूवादी नेताओं के समर्थन में दिखे। इससे पहले सर्वजन हिन्दू समिति द्वारा हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था जिसमें हजारों हज़ार की संख्या में लोगों ने हस्ताक्षर कर अपना समर्थन निर्दोष हिन्दू नेताओं को दिया था, जिसके बाद 25 अप्रैल को तुलसी भवन में महाबैठक भी की गई थी और चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई थी। जिसके तहत आज मशाल जुलूस निकालने का कार्यक्रम बना था।
सरकार और प्रशासन की मनमानी हिन्दू समाज सहन नहीं करेगा – दिनेशानंद गोस्वामी

जुलूस में उपस्थित भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी ने अपने वक्तव्य में कहा कि निर्दोष हिन्दू नेताओं को गलत धाराएं लगा कर प्रशासन ने जिस तरह से उन्हें गिरफ्तार किया है, उसका पुरजोर विरोध लगातार हो रहा है और तब तक होता रहेगा जब तक सभी निर्दोषों के ऊपर लगी धाराओं को प्रशासन हटा कर उन्हें रिहा नहीं करती है। ये तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली सरकार और उनके इशारों पर काम करने वाली प्रशासन की मनमानी अब हिन्दू समाज सहन नहीं करेगा। प्रशासन इस बात की जाँच क्यों नहीं कर रही कि जब पहले दिन (8 अप्रैल) माहौल खराब हुआ तो दूसरे दिन (9 अप्रैल) को गणेश पूजा मैदान में इफ्तार पार्टी के आयोजन की अनुमति कैसे मिली इन्हें और उपद्रवियों ने किसके संरक्षण में मंदिर में बैठे लोगों और बाद में वहाँ तैनात प्रशासन के ऊपर पथराव किया। सरकार और प्रशासन सुन लें शोषण भी हिंदुओं का और सजा भी हिंदुओं को यह अब हिन्दू समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
यह आंदोलन दिन प्रतिदिन एक विशाल रूप लेता रहेगा – हलधर नारायण साह
वहीं हलधर नारायण साह ने भी सरकार और प्रशासन के कार्यशैली पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि भाजपा नेता अभय सिंह और विहिप नेताओं की गिरफ्तारी जिस तरह से प्रशासन ने की वो इमरजेंसी के दौर से भी ज्यादा भयावह स्थिति थी। जो अपने घर मे थे, जिनका दूर दूर तक कदमा हिंसा मामले में कोई उपस्थिति नहीं थी, जो शहर में भी मौजूद नहीं थे उन्हें भी एक समुदाय विशेष को खुश करने वाली इस सरकार के इशारों पर प्रशासन ने गिरफ्तार किया और बेबुनियाद धाराएं लगा कर उन्हें जेल भेज दिया। अपने संवैधानिक अधिकार के तहत ज्ञापन देने गए कुछ हिन्दू नेताओं को भी उठा कर जेल में डाल देना प्रशासन द्वारा किया गया एक शर्मनाक कार्य है और प्रशासनिक पद पर बैठे अधिकारी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग भी है। हमारी माँग अनुसार इस मुद्दे की उच्च स्तरीय न्यायिक या सीबीआई जांच हो और निर्दोषों पर लगे सभी धाराओं से उन्हें मुक्त कर रिहा किया जाए और असली दोषी को पकड़ कर उस पर कार्रवाई हो, अन्यथा यह आंदोलन दिन प्रतिदिन एक विशाल रूप लेता रहेगा और तब तक चलता रहेगा जब तक हमारी माँग पूरी नहीं होती।
हिन्दू के अंदर का सैलाब एक जनसैलाब का रूप ले चुका है – रविंदर सिंह

मशाल जुलूस में शामिल हुए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रविंदर सिंह रिंकू ने इस पूरे मामले में अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अभय सिंह और विहिप नेताओं की गिरफ्तारी सरकार और प्रशासन की सोची समझी साजिश के तहत हुई है। जिस तरह से कश्मीर में आतंकियों को पकड़ने के लिए इंटरनेट और फ़ोन सुविधाओं को बंद कर दिया जाता है ठीक उसी प्रकार सरकार की मंशा को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने भी शहर में दिन भर इंटरनेट सुविधा को बाधित रखा। जिससे यह बात तो साफ होती है कि उनकी नीयत में खोट थी और वो इस बात से भलीभांति वाकिफ़ भी थे। सरकार यह बात भूल जाती है कि हिन्दू समाज बेहद सहनशील समाज है लेकिन जब कोई अपनी उद्दंडता की पराकाष्ठा को पार करता है तो फिर एक जनसैलाब ही उठता है और आज हिन्दू के अंदर का सैलाब एक जनसैलाब का रूप ले चुका है, अब भी यदि सरकार और प्रशासन इसे नहीं समझ रही तो यह कहना गलत नहीं होगा कि वे अपने अहम में अंधे हो चुके हैं, लेकिन अहम तो रावण का नहीं रहा तो फिर राम भक्तों के आगे इनका कैसे रहेगा।
हिन्दुओं की सहनशीलता को कमजोरी समझना सरकार की सबसे बड़ी भूल – अमिताभ सेनापति
वहीं अमिताभ सेनापति ने भी इस पूरे प्रकरण का विरोध करते हुए कहा कि जिस तरह से निर्दोष लोगों पर प्रशासन ने कार्रवाई की है वह लोकतंत्र की दृष्टि से समाज पर एक बुरा असर छोड़ रही है। यह सरकार पूर्ण रूप से हिन्दू विरोधी है और इसी सरकार के आदेश पर प्रशासन हिंदुओं के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई कर रही है। जिसके कारण आज सारे हिंदुओं के अंदर एक आक्रोश है। प्रशासनिक पद पर बैठे अधिकारी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि किसी मंत्री या सरकार के निर्देश और दबाव में उनके द्वारा किसी निर्दोष को बेबुनियाद धारा पर गिरफ्तार कर जेल भेजना पूरे समाज को कलंकित करने के समान है। हिन्दुओं की सहनशीलता को उनकी कमजोरी समझना इस सरकार और उनके मंत्री की सबसे बड़ी भूल है और यह बहुत जल्द इन्हें समझ आएगी और यह चीज़ प्रशासन को भी देखने मिलेगा।
सरकार की उदासीनता और उनकी मशीनरी की निष्क्रियता है इन सबकी वजह – रामचन्द्र सहिस
जुलूस में सम्मिलित आजसू अध्यक्ष रामचन्द्र सहिस ने भी प्रशासन के इस कृत्य पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जमशेदपुर एक शांतिप्रिय शहर है जो साम्प्रदायिक सद्भाव के साथ चलता है, लेकिन कुछ लोग शहर के शांतिपूर्ण वातावरण को दूषित करने का कार्य किया है और राज्य सरकार की उदासीनता और उनकी मशीनरी की निष्क्रियता के कारण आज हमारे हिन्दू भाइयों पर जो अमानवीय कार्रवाई हुआ है उसके विरुद्ध आज हम सभी की एकजुटता यह बताती है कि हमारे लोगों के साथ गलत किया जाएगा तो हम खामोश नहीं बैठेंगे, संवैधानिक तरीके से ही सही लेकिन आवाज़ बुलंद रहेगी।
गौरतलब हो कि पिछले दिनों कदमा के शास्त्री नगर में हुए हिंसा में प्रशासन ने अभय सिंह को उनके निवास स्थान से सुबह गिरफ्तार किया था, वहीं ज्ञापन देने गए विहिप नेताओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके विरोध में सभी हिन्दू मंच एकजुट होकर सर्वजन हिन्दू समिति के अधीन अपना रोष व्यक्त करने लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। इन्होंने अपनी माँग में कहा है कि इस पूरे घटनाक्रम की न्यायिक या सीबीआई जांच होनी चाहिए, गिरफ्तार निर्दोषों को सभी धाराओं से मुक्त करते हुए बा-इज्जत बरी किया जाए और असली गुनाहगारों की गिरफ्तारी हो।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सर्वजन हिंदू समिति के संयोजक डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, झारखंड के पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, श्रीमती बारी मुर्मू, पंकज सिन्हा, ब्रह्मदेव शर्मा, दिलीप सिंह, निर्भय सिंह, हलधर नारायण साह, अमिताभ सेनापति, सुबोध श्रीवास्तव, शिव शंकर सिंह, अरुण सिंह , राज नारायण शर्मा, रामनाथ सिंह, राजपति देवी, मंजू सिंह, विजय तिवारी, रवि प्रकाश सिंह, राजन सिंह, अनिल सिंह, कन्हैया सिंह, रविंदर सिंह रिंकू, चंद्रशेखर मिश्रा, मनोज बाजपेई, बलबीर मंडल, अमित शर्मा, संजीव सिन्हा, पप्पू सिंह, जितेंद्र राय, सुमित श्रीवास्तव, किशोर ओझा, विमल बैठा, प्रीति सिन्हा, रीना साहू, राजेश सिंह, अमन ठाकुर, सुमन अग्रवाल,भूषण दीक्षित, सुनील सिंह, लालचंद सिंह, अमर सिंह, रंजन सिंह, नरेश अग्रवाल, अजय श्रीवास्तव, विकास सिंह, विजेंद्र तिवारी, ध्रुव मिश्रा, शंकर रेड्डी, शिव प्रकाश शर्मा, सुनील तिवारी, ताराचंद कालिंदी, सत्येंद्र पासवान, शैलेश गुप्ता, दिनेश शर्मा, कन्हैया पुष्टि, रामचंद्र प्रसाद, सुभाष पांडे, नागेश प्रसाद, नुनू मिश्रा, रविंद्र मिश्रा, अतुल कुमार सिंह, लल्लन चौहान, गंगा साहू, वीरेंद्र सिंह, राहुल सिंह, संजय दुबे, अमित पाठक, सौरभ कुमार, ऋषि पांडे, सुधीर सिंह आदि सैकड़ों हिंदूवादी नेताओं सहित हजारों की संख्या में आक्रोशित जनता ने इस मशाल जुलूस में शिरकत कर इस आंदोलन को सफल बनाया एवं शासन के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद किया। इस कार्यक्रम का सफल संचालन भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष सुमित श्रीवास्तव ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन भाजपा जिला मंत्री जितेंद्र राय ने किया।