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भगवान सिंह और गुरुचरण सिंह बिल्ला द्वारा हत्या की योजना को लेकर एसएसपी को झारखंड सिख को-ऑर्डिनेशन कमिटी ने दी शिकायत पत्र

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जमशेदपुर : सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के अध्यक्ष भगवान सिंह और गुरुचरण सिंह बिल्ला के खिलाफ झारखंड सिख को-ऑर्डिनेशन कमिटी के वरीय सलाहकार और सिख समाज आन्दोलन समिति के अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह भाटिया द्वारा हत्या की योजना और उसको अंजाम देने के लिए जबरन घर में 15 – 20 लोगों को लेकर मारपीट एवं हत्या करने के उद्देश्य को लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को शिकायत पत्र दी गई।

गौरतलब हो कि यह मामला तब हुआ जब सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा पंजाब में आई बाढ़ के लिए चंदा इक्कठा कर रही थी जिसके विरोध में सरदार अवतार सिंह भाटिया ने सोशल मीडिया के जरिए व्यवसायियों के कारोबार की स्थिति को बताते हुए यह कहा कि सीजीपीसी के अध्यक्ष और गुरुचरण सिंह बिल्ला द्वारा शहर में कभी किसान आंदोलन, कभी कोरोना, कभी सीजीपीसी द्वारा बनाए जा रहे अस्पताल और अब पंजाब बाढ़ पीड़ितों के नाम पर सिर्फ चंदा उगाही की जा रही है और यह बात भी तब कही गई जब इस तरह की बात उनके सामने आई कि बाज़ार की हालत खस्ता होने के बावजूद चंदा उगाही का कार्य इनके द्वारा किया जा रहा है। अवतार सिंह भाटिया के विरोध करने को लेकर सीजीपीसी के अन्य किसी पदाधिकारी ने आपत्ति नहीं जताई सिवाय भगवान सिंह और गुरुचरण सिंह बिल्ला को छोड़ कर। यहां तक कि सीजीपीसी के प्रतिष्ठित पद पर बैठे भगवान सिंह ने बाकायदा मैसेज के जरिए धमकी भरे संदेश अवतार सिंह को भेजे।

बकौल अवतार सिंह, भगवान सिंह ने उनकी हत्या करवाने की मंशा को लेकर गुरुद्वारा कार्यालय में लोगों को बुलाकर सम्पर्क स्थापित किए, किन्तु ज्यादातर लोगों ने अवतार सिंह भाटिया के आवास में जाने में असमर्थता जाहिर की, लेकिन जसवंत सिंह जस्सू एवं सुखवंत सिंह सुक्खू के साथ करीब 15 से 20 बाहरी लोग अवतार सिंह भाटिया के घर में जबरन घुसे और उनके आने के तकरीबन 20 मिनट के अंदर गुरुचरण सिंह बिल्ला अपने साथी सुखविंदर सिंह राजू के साथ वहां पहुंचे। घर के अंदर आने के बाद गुरुचरण सिंह बिल्ला ने चंदा इक्कठा करने में अड़चन डालने को लेकर अवतार सिंह पर अपने कड़े से वार किया और अपने कमर रखे हथियार को निकालने का प्रयास किया लेकिन उसके दोस्त सुखविंदर सिंह राजू ने उसका हाथ पकड़ लिया साथ ही अवतार सिंह की पत्नी बीच बचाव करने आ गई जिसकी वजह से उनकी हत्या की मंशा पर पानी फिर गया, साथ ही जिन संस्थाओं से अवतार सिंह भाटिया जुड़े हुए हैं उनके लोग भी मानगो पहुंच गए जिस वजह से उन्हें उल्टे पांव निकलना पड़ा अन्यथा भगवान सिंह के साजिश अनुसार अवतार सिंह की हत्या कर दी जाती।

गुरुचरण सिंह बिल्ला के हथियार का लाइसेंस है दूसरे राज्य का

एसएसपी को दिए गए शिकायत पत्र में यह भी ज़िक्र किया गया है कि गुरचरण सिंह बिल्ला के पास मौजूद हथियार का लाइसेंस दूसरे राज्य से बना है और वह इसे हर जगह निकाल कर चमकाते रहते हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए और उनका लाइसेंस रद्द किया जाना चाहिए।यदि इस बात पर तिल मात्र भी सच्चाई है तो प्रशासन को इसकी गहनता से जांच करने की आवश्यकता है और ऐसे लाइसेंस धारी हथियार को जब्त कर लाइसेंस को तत्काल प्रभाव से रद्द करना चाहिए।

शिकायत पत्र देने के दौरान अवतार सिंह भाटिया के साथ झारखंड सिख को-ऑर्डिनेशन कमिटी के अध्यक्ष तारा सिंह, संगरक्षक गुरमुख सिंह मुखे, महासचिव बलजीत सिंह, चेयरमेन प्रीतपाल सिंह, संगत सरोपरी के एडमिन परमजीत सिंह, सनातन कौमी एकता महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलविन्दर सिंह, साकची कमेटी से हरपाल सिंह सिद्धू, सतनाम सिंह सिद्धू, सोनारी गुरुद्वारा से गुरपाल सिंह, गुरप्रीत सिंह, दिलेर सिंह, रविंदर सिंह सहित सिख समाज के कई लोग मौजूद थे।