ओडिशा : कल्पना कीजिए पानी के लिए आपने बोरिंग करवाई हो और पानी की जगह उसमें से सोने के टुकड़े निकलने लगे। फिर आपका और वहां का माहौल क्या होगा। शायद आंखें फटी की फटी रह जाएंगी। आपको बता दें यह कोई कोरी कल्पना नहीं, हकीकत है। पश्चिम ओडिशा के बलांगीर जिला का खप्राखोल के छांचानबाहाली गांव में शनिवार को कुछ ऐसा ही हुआ। मोहम्मद जावेद नामक एक किसान ने सिंचाई के लिए लगभग महीने भर पहले नलकूप खोदवाया था। इस बीच शनिवार को जब वह मोटर पम्प की सहायता से पाइप में फंसी मिट्टी को निकालने की कोशिश करने लगा। पानी और मिट्टी के बदले उसमें से चमकता-दमकमा हुआ पत्थर के टुकड़े निकलने लगे। लोग पत्थर के इन टुकड़ों को कथित तौर पर सोना करार दे रहे हैं।

पहुंची प्रशासनिक अधिकारियों की टीम, नलकूप सील
बहरहाल, सोने जैसे पत्थर के टुकड़े निकलने की बात गांव से होते हुए पूरे जिले में फैल गई। ऐसी खबर सुनकर बीडीओ, तहसीलदार और थानेदार भी घटनास्थल पर पहुंचे और नलकूप से निकले कथित सोने जैसे चमकते पत्थर के टुकड़ों को जब्त कर उसका नमूना जहां जांच के लिए भेज दिया, वहीं संबंधित इलाके को सील कर दिया। संबंधित अधिकारियों के अनुसार ओडिशा का यह क्षेत्र रत्नगर्भा है, परंतु सोने जैसे इस पदार्थ के बारे में कुछ भी बोलना अभी जल्दबाजी होगी। विशेषज्ञों से परामर्श लेने के बाद ही इस संबंध में कुछ कहना उचित होगा।

ग्रामीणों का दावा, असंभव कुछ भी नहीं
इधर, संबंधित क्षेत्र के ग्रामीणों के अनुसार यह क्षेत्र प्रसिद्ध गंधमार्दन पहाड़ी की तलहटी पर बसा है। यह इलाका न सिर्फ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से अटा पड़ा है, बल्कि पहाड़ी में कई तरह के धातु भी दबे हैं। उनका गांव इस पहाड़ी की तलहटी पर है, ऐसे में सोना निकलना असंभव नहीं। जरूरत है कि देश-विदेश के भूतत्ववेता इसका सर्वेक्षण करें।