चिनी लोन ऐप से लोगों को ठगने वाले गिरोह ने पकड़े जाने के बाद आरोपियों ने कई खुलासे किए हैं। आरोपी लोगों के मोबाइल का निजी डाटा चीनी कंपनी के सर्वर पर अपलोड करने के बाद ही रुपये जारी करते हैं।
इसके बाद इन्हीं निजी डाटा के जरिए लोगों से वसूली करते हैं। जो लोग लोन लौटाने में देरी करते हैं या मना करते हैं उनकी फोटो अश्लील बनाकर सार्वजनिक करने की धमकी देते हैं। ऐसे में लोग डरकर ब्लैकमेलिंग का शिकार हो जाते हैं। आरोपी लोन के लिए कंपनी का ऐप डाउनलोड कराते हैं। ऐप आपके संपर्क, गैलरी और अन्य मीडिया में जाने की अनुमति मांगती है। अधिकांश लोग इसे बिना पढ़े ही अनुमति दे देते हैं। जो इसे पढ़कर अनुमति नहीं देते, उनकी लोन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ती। संपर्क विवरण, चैट, गैलरी फोटो निकालकर चीनी कंपनी के सर्वर पर अपलोड कर देते हैं। इसके बाद लोन के रुपये जारी करते हैं।
डिंग टॉक ऐप से लेते हैं विवरण
आरोपी चीन के डिंग टॉक समेत अन्य ऐप से जुड़े भारतीय लोगों का डाटा लेते हैं। इसके बाद उनके मोबाइल पर लोन के लिए मैसेज भेजते हैं। मैसेज में वह बिना दस्तावेज और आसानी से मिलने वाला लोन बताते हैं। जिन लोगों को छोटे लोन की जरूरत होती है, वह इनके झांसे में आ जाते हैं।
14 जुलाई 2022 को हिमांशु गोयल ने शिकायत दी कि फेसबुक पर लोन का विज्ञापन देखा था। उन्होंने ऑन स्ट्रीम नाम का ऐप डाउनलोड की और 6870 रुपये का लोन मिल गया। बाद में उन्हें परेशान कर एक लाख रुपये तक जमा करा लिया गया। पुलिस ने द्वारका सेक्टर-सात में फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी कर चार लोगों को पकड़ा था।
मजनू का टीला निवासी नरेश भाटी ने शिकायत दी थी कि उनके पास एक महिला का फोन आया। उसने धमकाया कि उनकी बेटी ने तीन हजार रुपये का लोन लिया है और रुपये जमा नहीं किए तो बेटी के अश्लील फोटो वायरल कर देंगे। उनकी बेटी का अश्लील फोटो भी उनके पास भेजा गया था।
● सोशल मीडिया पर दिए जाने वाले लुभावने लोन लेने से बचें
● किसी भारतीय कंपनी से लोन लेने का प्रयास करें
● किसी भी लोन के बारे में बैंक में जाकर ही पूरी जानकारी लें।
● सस्ते और आसान तरीकों से लोन देने का लालच देकर लोगों को फंसाते हैं ठग
● जिले के साइबर सेल थाने में शिकायत दें
● 1930 नंबर पर सूचना दें
● www.cybercrime.gov.in पर मेल करें