झारखंड में नेशनल हाई-वे का लगातार विस्तार हो रहा है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की जल्द शुरू होने जा रही 7 नई परियोजनाओं से राजधानी रांची की पड़ोसी राज्यों छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और ओडिशा से फोर लेन कनेक्टिविटी का नया विकल्प उपलब्ध हो जाएगा।
पश्चिम बंगाल फोरलेन-सिक्स लेन पर काम जारी
दूसरी ओर कोलकाता, पश्चिम बंगाल फोर लेन और सिक्स लेन हाई-वे पर काम जारी है। जबकि रांची से पटना, बिहार के बीच फोर लेन कनेक्टिविटी के लिए भी काम चल रहा है। वहीं कोलकाता-वाराणसी के बीच छह लेन एक्सप्रेस-वे का झारखंड की सीमा में 203 किमी निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। रांची से छत्तीसगढ़ कॉरिडोर के लिए लिट्टीबेड़ा से रांची के बीच 119 किमी फोर लेन के निर्माण पर करीब तीन हजार करोड़ रुपये का खर्च होगा। इसके बनने से दोनों राज्यों के बीच आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी। यह एक बहुप्रतिक्षित परियोजना है। इसकी निविदा प्रक्रिया जून तक कर लेने के लिए एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से मुख्यालय दिल्ली को प्रस्ताव भेजा जाएगा। पर्यावरणीय क्लीयरेंस मिल गया है।
राजधानी रांची को पड़ोसी राज्यों से जोड़ा जाएगा
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी एसके मिश्रा ने बताया कि झारखंड की राजधानी से पड़ोसी राज्यों की राजधानी के बीच तीव्र फोर लेन कनेक्टिविटी के लिए प्रस्तावित विभिन्न परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाने की दिशा में कारगर कदम उठाए गए हैं। कुछ परियोजनाओं की निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है जबकि कुछ के लिए जल्द निविदा निकालने के स्तर पर काम हो चुका है।
रांची-छत्तीसगढ़ फोर लेन कॉरिडोर
1. लिट्टीबेड़ा से रांची के बीच 119 किमी फोर लेन हाई-वे के निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू करने का प्रस्ताव दिल्ली भेजा जा रहा है। यह करीब 3000 करोड़ की परियोजना है।
2. झारखंड-छत्तीसगढ़ बॉर्डर से गुमला के बीच 32 किमी लंबा फोर लेन हाई-वे बनेगा। इस पर करीब 1000 करोड़ की लागत आएगी। गुमला से छत्तीसगढ़ के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
रांची-वाराणसी कॉरिडोर
3. एनएच 75 भोगू से शंखा तक 49.33 किमी फोर लेन हाई-वे बनाने में 1397 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण एजेंसी का चयन पूरा हो चुका है। समझौता हस्ताक्षर के बाद काम शुरू होगा। इससे रांची और उत्तर प्रदेश के बीच एक और फोर लेन कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
4. एनएच 75 पर उदयपुरा से भोगू तक 49 किमी फोर लेन हाई-वे बनाने में 1618 करोड़ की लागत आएगी। निर्माण एजेंसी का चयन कर लिया गया है। समझौता हस्ताक्षर के बाद जल्द कार्यादेश जारी होगा।
छह लेन एक्सप्रेस-वे
5. कोलकाता – वाराणसी के बीच छह लेन एक्सप्रेस-वे का झारखंड की सीमा में 203 किमी निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। झारखंड सीमा में परियोजना लागत 10 हजार करोड़ आंकी गई है।
देवघर बाइपास
6. एनएच 333 और एनएच 133 पर देवघर बाईपास फोर लेन कर बनना है। इसकी लंबाई 48.08 किमी होगी। निर्माण लागत 1672 करोड़ रुपये। निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
जमशेदपुर डबल डेकर एलिवेटेड कॉरिडोर
7. एनएच 33 पर डबल डेकर एलिवेटेड रोड कालीमंदिर से डिमना चौक बालिगुमा (जमशेदपुर) के बीच बनेगा। इसकी लंबाई 10 किमी और लागत 1876 करोड़। इस परियोजना के लिए भी निविदा निकाल दी गई है।