
जमशेदपुर : “इक बरस भी अभी नहीं गुज़रा, कितनी जल्दी बदल गए चेहरे।” कैफ़ अहमद सिद्दीकी जी का यह शेर भाजपा जमशेदपुर महानगर के पूर्व मंत्री मंजीत सिंह गिल के ऊपर सटीक बैठती दिख रही है। अभी लोकसभा चुनाव के खत्म हुए 6 महीने भी नहीं हुए की भाजपा के विरोध कर रहे सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह की मुँह मिठाई का कार्यक्रम मंजीत सिंह गिल द्वारा किये जाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर जंगल मे आग की तरह फैल रही है और यही नहीं इससे पूर्व भी सरदार शैलेन्द्र सिंह के साथ सफर करते हुए उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया में काफी चर्चा में रही थी। चर्चा होना और भाजपा समर्थकों के आँख में खटकना यह जायज़ भी है क्योंकि कुछ महीने पहले जो भाजपा के खिलाफ देश के इतने बड़े चुनाव में खुलकर खड़े थे उनके साथ जिला का एक पदाधिकारी गलबाँही करते दिखेंगे तो मोर्चा तो समर्थक खोलेंगे ही।

उस पर भी ताज़्ज़ुब की बात यह हुई कि इतने हो-हंगामा के बीच जिला अध्यक्ष सुधांशु ओझा द्वारा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष के रूप में मंजीत सिंह गिल का नाम प्रदेश कमेटी को दिया गया और नाम पर चर्चा होने से पूर्व ही जिला भर में अध्यक्ष के नाम की अनौपचारिक घोषणा कर दी गयी।
अब भाजपा जमशेदपुर महानगर में अल्पसंख्यक मोर्चा का जिला अध्यक्ष मंजीत सिंह गिल के नाम की दावेदारी करने पर जिला अध्यक्ष सुंधांसू ओझा पर कई प्रश्न खड़े हो चुके है।
क्या भाजपा जमशेदपुर महानगर से मुस्लिम समाज को दरकिनार किया जा रहा है और उस पर भी ऐसे व्यक्ति मंजीत सिंह गिल के नाम पर विचार किया जा रहा जो अल्पसंख्यक में बहुल अल्पसंख्यक से नहीं है और समाज में उसकी उसी के समाज वाले भाजपा से हट कर विरोधी दल के लिए काम करने का आरोप लगा रहे।

इन्हीं सब बातों को लेकर सीख समाज से भाजपा नेता जसवंत सिंह गिल आज रांची में संगठन महामंत्री करमवीर सिंह से मुलाकात कर मंजीत सिंह गिल की छवि के खिलाफ पार्टी विरोधी कार्य करने की लिखित शिकायत सबूतों के साथ दिया और बताया की अगर मंजीत सिंह गिल अल्पसंख्यक मोर्चा का जिला अध्यक्ष बनता है तो भाजपा की छवि सिख समुदाय और मुस्लिम समुदाय दोनों में गलत जायेगा।

करमवीर सिंह ने सारी बातों को गंभीरता से लेते हुए जसवंत सिंह गिल को आश्वासन दिया है कि इस बात को गंभीरता से लेंगे, क्यों की मंजीत सिंह गिल की ऐसी बहुत सारी शिकायतें आ चुकी है। जो भी संगठन के खिलाफ कार्य करेगा पार्टी सख्ती से कारवाई करेगी।

