


रांची : विश्व हिंदू परिषद्, रांची महानगर के गुरुगोविन्द सिंह नगर, हेसल के श्रीअरविन्द आश्रम में विहिप का षष्ठीपूर्त्ति सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में विहिप की स्थापना के साठ वर्ष पूर्ण होने पर सबको बधाई दी गई। क्षेत्र मंत्री वीरेन्द्र विमल ने विहिप की स्थापना के कारण, उसके उद्देश्य, उपलब्धियों और भावी कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।


उन्होंने कहा भारत विभाजन के समय हिन्दुओं पर पाकिस्तान के क्षेत्र में हुये हमले की बर्बरता और क्रूरता को 1990 में कश्मीर में दुहराया गया। केरल और बंगाल में आज भी वही हो रहा है और सबसे ताजा घटनाक्रम बंगलादेश का है। भारत में भी वही करने की खुलेआम धमकी दी जा रही है।


अपने स्थापना काल से ही विहिप ने हिन्दू समाज को जागरुक एवं संगठित कर गोरक्षा, धर्म-संस्कृति एवं मानविन्दुओं की रक्षा, धर्मान्तरण रोकने, भेदभावमुक्त समरस सामाज का निर्माण, सनातन आदर्शों तथा जीवनमूल्यों की स्थापना हेतु काम किया है। श्रीराम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में बालक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराना, 1996 में अमरनाथ यात्रा पुनः प्रारम्भ कराना, रामसेतु की रक्षा, वेद विद्यालयों की स्थापना, सेवा के हजारो प्रकल्प, आदि कार्य किये गये हैं।
हिन्दू आदर्श, अस्तित्व और हिन्दू राष्ट्र भारत की गौरव गरिमा की रक्षा एवं उत्थान हेतु हम सबको जाति, भाषा, क्षेत्र, संप्रदाय, आदि के भेद को भूलकर विहिप के साथ मिलकर कार्य करना चाहिये।



सम्मेलन में विहिप के क्षेत्र मंत्री के साथ प्रदेश संगठन मंत्री देवी सिंह, विभाग संगठन मंत्री कल्याण सामल, महानगर मध्यक्ष कैलाश केसरी, नगर सह संघ चालक अनिल पाठक, रमेश सिंह, बद्रीनाथ झा, अशोक यादव, भोला राम, मातृ शक्ति से उषा सिंह, नीतू सिंह, सरोज मिश्रा, चन्द्रकान्ता गुप्ता, मंजु गुप्ता, सहित बड़ी संख्या में नगर के लोग उपस्थित थे।